मिलिट्री अस्पताल मेरठ में भी होंगे डीएनबी कोर्स
देश में सुपर स्पेशलिटी डाक्टरों की कमी को देखते हुए सरकार ने नया कदम उठाया है। एक ओर जहां कुछ जिला अस्पतालों को मेडिकल कालेज में तब्दील कर सीटें बढ़ाई जा रही हैं वही अस्पतालों में डीएनबी यानी डिप्लोमेट इन मेडिकल बोर्ड कोर्स संचालित कर एमडी/एमएस के बराबर डिग्री प्रदान की जा रही है।
मेरठ, जेएनएन : देश में सुपर स्पेशलिटी डाक्टरों की कमी को देखते हुए सरकार ने नया कदम उठाया है। एक ओर जहां कुछ जिला अस्पतालों को मेडिकल कालेज में तब्दील कर सीटें बढ़ाई जा रही हैं, वही अस्पतालों में डीएनबी यानी डिप्लोमेट इन मेडिकल बोर्ड कोर्स संचालित कर एमडी/एमएस के बराबर डिग्री प्रदान की जा रही है। इस कड़ी में मेरठ के नाम एक और उपलब्धि होने जा रही है। छावनी स्थिति मिलिट्री अस्पताल (एमएच) में भी अब डीएनबी कोर्स कराने की मान्यता मिल गई है। प्राथमिक तौर पर मिलिट्री अस्पताल में पेडियाट्रिक यानी बाल चिकित्सा और एनेस्थीसिया यानी बेहोशी का पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स संचालित किया जाएगा।
सेना व सिविल अभ्यर्थियों को मिलेगा मौका
एमएच मेरठ में डीएनबी कोर्स शुरू होने से सेना के साथ ही सिविल अभ्यर्थियों को भी यहां कोर्स करने व ट्रेनिंग का अवसर मिलेगा। इसमें दोनों कोर्स के लिए पांच या उससे अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है। जल्द ही सीटों का निर्धारण भी हो जाएगा। मेडिकल फील्ड में अभ्यर्थी एमबीबीएस करने के बाद स्पेशलिस्ट बनने के लिए डीएनबी कोर्स करते हैं। इस कोर्स के लिए एमबीबीएस अभ्यर्थियों हेतु स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत नेशनल बोर्ड ऑफ एजुकेशन (एनबीई) प्रवेश परीक्षा कराती है। मेडिकल के हर ब्रांच में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स डीएनबी के अंतर्गत होता है जो एमडी के समकक्ष मान्यता प्राप्त है।
दिसंबर में हो सकती है शुरुआत
मिलिट्री अस्पताल को डीएनबी कोर्स संचालित कराने का अनुमोदन मिल चुका है। पेडियाट्रिक और एनेस्थीसिया कोर्स की शुरुआत दिसंबर तक एमएच में करने की योजना है। यह कोर्स तीन साल का होता है जिसमें अभ्यर्थी किसी विशेषज्ञ चिकित्सक के मार्गदर्शन में पढ़ते और सीखते हैं। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) द्वारा डीएनबी कोर्स को पूरे देश में मान्यता प्राप्त है। फिलहाल मेरठ व पश्चिम उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों को दिल्ली के मेडिकल कालेजों में डीएनबी कोर्स करने के लिए जाना पड़ता है।
पीएल शर्मा को मिली डीएनबी मेडिसिन की दो सीटें
कुछ समय पहले ही पीएल शर्मा अस्पताल को डीएनबी के अंतर्गत मेडिसीन की दो सीटें मिलीं। इन दोनों सीटों पर एनबीई की परीक्षा उत्तीर्ण कर दो अभ्यर्थी कोर्स करने के लिए भी आ गए हैं। सीएमएस डा. पीके बंसल के अनुसार डीएनबी कोर्स संचालित करने की अनुमति बेहद कठिन प्रक्रिया से गुजरने के बाद मिलती है। प्रदेश के महज चार-पांच जिला अस्पतालों को ही अब तक डीएनबी कोर्स संचालित करने का अनुमोदन मिला है। डीएनबी कोर्स कराए जाने से जहां अच्छे डाक्टर मिलेंगे, इलाज का स्तर सुधरेगा वहीं बेहतर मेडिकल शिक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा।