डायवर्जन भी रहा बेअसर, दिनभर जाम से जूझते रहे लोग
त्योहारी सीजन में शहर को जाम के झाम से बचाने के लिए लागू किया गया डायवर्जन प्लान सोमवार को पहले ही दिन धराशायी हो गया। दिन निकलते ही जाम ने पैर पसार लिए और लोगों का सड़कों से गुजरना दूभर हो गया। हर चौराहे और मुख्य मार्ग पर वाहनों की कतारें लग गईं।
मेरठ । त्योहारी सीजन में शहर को जाम के झाम से बचाने के लिए लागू किया गया डायवर्जन प्लान सोमवार को पहले ही दिन धराशायी हो गया। दिन निकलते ही जाम ने पैर पसार लिए और लोगों का सड़कों से गुजरना दूभर हो गया। हर चौराहे और मुख्य मार्ग पर वाहनों की कतारें लग गईं।
गौरतलब है कि त्योहारी सीजन में वाहनों का दबाव बढ़ने पर जाम के हालात पैदा हो जाते हैं। हर साल की तरह इस बार भी शहर में रूट डायवर्जन प्लान लागू किया गया। यह पांच दिन तक चलेगा। इसके तहत सभी बाजारों में चार पहिया वाहनों और कुछ बाजारों में सभी वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसका नतीजा यह रहा कि चार पहिया वाहन सड़कों पर खड़े कर लोग बाजार पहुंचे। सड़क पर खड़े वाहनों की वजह से जाम की स्थिति पैदा होती चली गई। दोपहर होते-होते शहर की हर सड़क पर जाम जैसे हालात पैदा हो गए।
लालकुर्ती पैठ ने बिगाड़े बेगमपुल के हालात
सबसे बुरी स्थिति बेगमपुल पर रही। लालकुर्ती पैठ में सड़क पर ठेले-पटरी व अस्थायी दुकानें लगने के चलते बड़े वाहन तो दूर, पैदल निकलना भी दूभर हो गया। यातायात सुचारु करने के लिए यहां पुलिस भी नहीं दिखी। इसके अलावा दिल्ली रोड पर भैंसाली अड्डा, रेलवे रोड चौराहा, मेट्रो प्लाजा और फुटबॉल तिराहे पर वाहनों की कतारें लगी रहीं। ट्रैफिककर्मी ड्यूटी के नाम पर औपचारिकता निभाते नजर आए। इसके अलावा टीपीनगर गेट के सामने, शॉपरिक्स मॉल चौराहा, हापुड़ रोड पर बच्चा पार्क, ईव्ज चौराहा, हापुड़ अड्डा, एल-ब्लॉक तिराहा, बागपत रोड पर मलियाना पुल पर भी दिनभर वाहन रेंगते रहे।
भीतरी इलाकों में भी नहीं मिल सकी राहत
मुख्य मार्गो के अलावा लोगों को शहर के भीतरी रास्तों पर भी जाम से राहत नहीं मिल सकी। घंटाघर, पीर तिराहा, खैरनगर, बुढ़ाना गेट, गोला कुआं, लिसाड़ी चौपला, भूमिया पुल, शाहपीर गेट पर भी वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा रहा।
जाम लगने पर थाना पुलिस भी जिम्मेदार
शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए एसएसपी ने हर थाने को उसका सबसे व्यस्त चौराहा गोद दिया था। चिह्नित चौराहों को अतिक्रमण मुक्त और जाम फ्री रखने की सख्त हिदायत दी गई थी। कुछ दिनों तक स्थिति ठीक रही, लेकिन बाद में पुराना ढर्रा शुरू हो गया। एसएसपी अखिलेश कुमार का कहना है कि त्योहारी सीजन में वाहनों का दबाव बढ़ना लाजिमी है। ऐसे में जाम लगने पर संबंधित थानेदार की जिम्मेदारी भी तय की गई है। ट्रैफिक पुलिस से सामंजस्य स्थापित कर ट्रैफिक सुचारु कराना होगा।