डिजाइनर लैंप में है रंगबिरंगी रोशनी की सौगात
घर-आंगन को आकर्षक बनाने के लिए सदियों से विभिन्न रंगों की रोशनी का इस्तेमाल किया जाता रहा है। यहां तक कि महलों हवेलियों मंदिर और चर्च में रंगबिरंगी लाइट के लिए ऐसे कलरफुल शीशे लगाए जाते थे जिनमें से छनकर सूरज की रोशनी भी रंगीन हो जाया करती थी। आज फिर से इस यूरोपियन कला का प्रयोग लोग घरों में करने लगे हैं।
मेरठ, जेएनएन। घर-आंगन को आकर्षक बनाने के लिए सदियों से विभिन्न रंगों की रोशनी का इस्तेमाल किया जाता रहा है। यहां तक कि महलों, हवेलियों, मंदिर और चर्च में रंगबिरंगी लाइट के लिए ऐसे कलरफुल शीशे लगाए जाते थे, जिनमें से छनकर सूरज की रोशनी भी रंगीन हो जाया करती थी। आज फिर से इस यूरोपियन कला का प्रयोग लोग घरों में करने लगे हैं। ऐसे में घर, ऑफिस, बालकनी और बगीचे को अलग लुक देने के साथ आकर्षक बनाने को लोग तरह-तरह के लैंप और लाइटों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
एक ओर जहां इंटीरियर डिजाइनर लोगों की पसंद और जरूरत को देखते हुए कुछ अलग तरह के लैंप डिजाइन करा रहे हैं। वहीं बाजार में पारंपरिक और डिजाइनर इस तरह के लैंप हैं, जिनमें रस्सी से लेकर कॉपर और लकड़ी से लेकर मिट्टी तक का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही इनमें नीले, पीले, सफेद, हरे, लाल, गुलाबी और ऑरेंज कलर बल्व का इस्तेमाल करके इन्हें और भी खूबसूरत बना रहे हैं।
रस्सी और मेटल के लैंप
मोटी रस्सी से तैयार किए गए इन लैंप की खासियत है कि इन्हें आसानी से घर और ऑफिस के किसी कोने में लटकाया जा सकता है। ये छोटे-बड़े सभी साइज में उपलब्ध हैं। इनकी कीमत पांच सौ रुपये से लेकर 1500 रुपये तक है। वहीं मेटल और ब्रास के लैंप की जहां तक बात है तो इसमें पारंपरिक डिजाइन के अलावा मॉडर्न डिजाइन भी है। ये भी सभी साइज में हैं। इनकी कीमत भी पांच सौ से दो हजार रुपये तक है।
चाय की केतली और दूध का डिब्बा भी बना लैंप
कुछ अलग पसंद करने वालों के लिए इस बार चाय की केतली, दूध का डिब्बा, लालटेन और हांडी के लुक वाले लैंप भी बाजार में छाए हुए हैं। हालांकि ये लैंप कांस्य और कॉपर से तैयार किए गए हैं। जो लोग घर को कुछ अलग लुक देना चाहते हैं, उनके लिए यह एक अलग आइडिया होगा। इसके अलावा मुगलकालीन जालीनुमा लैंप भी हैं, जो लोग घर को रॉयल लुक देना चाहते हैं, उनके लिए यह लैंप काफी खास हैं।
इन्होंने कहा..
- लोगों की पसंद तेजी से बदल रही है। लोग हर बार कुछ नया चाहते हैं। अब लैंप के मायने बदल गए हैं और इंटीरियर में इनकी खास जगह है। हम मुरादाबाद, फिरोजाबाद, आगरा, मुंबई और दिल्ली से काफी वैरायटी मंगवा रहे हैं।
-विपुल सिंघल, साइन ट्रेडर्स, गढ़ रोड