Dengue In Meerut: मेरठ के 1500 के पार हुए डेंगू के मामले, नौ नए मरीज मिले
Dengue In Meerut मेरठ में डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में डेंगू ने पांव पसार लिए हैं। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि गुरुवार को मिले मरीजों में दोनों क्षेत्रों के लोग शामिल हैं। 1251 मरीज रिकवर हो चुके हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में डेंगू खतरनाक ढंग से बढ़ता ही जा रहा है। रोजाना इस बीमारी के मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को जिले में डेंगू के नौ नए मरीज मिले हैं। जिले में मरीजों की संख्या अब 1508 हो चुकी है। इनमें 807 शहरी और 701 मरीज ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। स्वास्थ्य विभाग भी सावधानी बरत रहा है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
यह बताया अधिकारी ने
मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि गुरुवार को मिले मरीजों में शहरी क्षेत्र के कंकरखेड़ा, जयभीमनगर, कैंट, रजबन, राजेंद्रनगर में एक-एक मरीज मिले। वहीं, ग्रामीण इलाके में चार मरीज मिले हैं। अब तक जिले में शहर के मलियाना क्षेत्र में डेंगू के सर्वाधिक 121 मरीज व दूसरे स्थान पर इससे कुछ दूरी पर स्थित कंकरखेड़ा में अब तक 110 मरीज मिल चुके हैं। जबकि ग्रामीण इलाकों में रोहटा में अब तक सर्वाधिक 99 मरीज मिल चुके हैं। फिलहाल जिले में डेंगू के 257 सक्रिय मरीज हैं, इनमें 64 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि 193 घरों में रहकर इलाज करा रहे हैं। 1251 मरीज अब तक रिकवर भी हो चुके हैं।
3641 सैंपलों की जांच में कोई संक्रमित नहीं
मेरठ में गुरुवार को जिले में 3641 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि अब जिले में कोरोना संक्रमण से ग्रसित तीन सक्रिय मरीज हैं। इनमें दो मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं और एक घर पर रहकर अपना इलाज करवा रहा है।
35 हजार से अधिक कोरोना टीके लगाने का लक्ष्य
मेरठ जिले में शुक्रवार को 35960 लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 152 केंद्रों पर टीकाकरण किया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रवीण गौतम ने बताया कि कुल लक्ष्य में कोवैक्सीन की 10810 व कोविशील्ड की 25150 डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उधर, गुरुवार को चले टीकाकरण अभियान में कुल 15899 लोगों को टीका लगा। जिसमें 5359 को पहली डोज व 10540 को दूसरी डोज दी गई। इसके लिए वैक्सीन की 1623 वायल प्रयोग में लाई गईं।