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IB में तीन साल पहले ही अफसर बने थे अंकित, बेटे के अंतिम संस्‍कार पर फूट-फूट कर रोए पिता, छलक उठा दर्द

हिंसा की भेंट चढ़ गया इटावा का लाल स्वजन का रुदन देख सभी की आंखें हुई नम अंतिम यात्रा में केंद्रीय राज्यमंत्री आइजी समेत बड़ी संख्या में लोग पहुंचे

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 05:00 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 05:00 PM (IST)
IB में तीन साल पहले ही अफसर बने थे अंकित, बेटे के अंतिम संस्‍कार पर फूट-फूट कर रोए पिता, छलक उठा दर्द
IB में तीन साल पहले ही अफसर बने थे अंकित, बेटे के अंतिम संस्‍कार पर फूट-फूट कर रोए पिता, छलक उठा दर्द

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। दिल्ली हिंसा की भेंट चढ़े अंकित शर्मा आइबी में सुरक्षा सहायक थे। अंकित के पिता रविंद्र शर्मा भी आइबी में ही कार्यरत हैं। दिल्ली के खजूरी में मकान बनाकर पत्नी सुधा, दो पुत्रों अंकुर शर्मा व मृतक अंकित शर्मा तथा पुत्री सोनम के साथ रह रहे थे। अंकित शर्मा की आइबी में तीन वर्ष पूर्व ही नौकरी लगी थी।

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दिल्ली में हुई हिंसा में मारे गए आइबी कर्मी अंकित शर्मा का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम करीब पांच बजे पैतृक निवास गांव इटावा पहुंचा। शव को देखते ही एकत्र स्वजनों में कोहराम मच गया। परिवार की महिलाएं फूट-फूटकर रोने लगीं। महिलाओं का रुदन देख वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान भी कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने दुख की इस घड़ी में स्वजनों को सांत्वना दी। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। 

भारत माता का जयघोष व सीएए के समर्थन में लगे नारे

अंतिम यात्रा के दौरान शामिल ग्रामीण भावुक हो गए। पूरी यात्रा के दौरान शहीद अंकित शर्मा अमर रहे, भारत माता की जय व वंदे मातरम के नारों से गांव की गलियां गूंज उठीं। यात्रा के दौरान सीएए व एनआरसी के समर्थन में भी नारे लगे।

आइजी लक्ष्मी सिंह ने अंत्येष्टिस्थल पहुंचकर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी। अंत्येष्टि स्थल पर गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शव को मुखाग्नि मृतक के भाई अंकुर ने दी। इस दौरान डीएम सेल्वा कुमारी जे, एसएसपी अभिषेक यादव, एसडीएम कुमार भूपेंद्र, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, भाजपा नेता रामकुमार सहरावत, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, रालोद नेता योगराज सिंह, ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह, जिपंस अवनीश चौधरी और ठाकुर रामनाथ सिंह आदि शामिल रहे।

महाराष्ट्र से सीधे आए बालियान

सांसद संजीव बालियान महाराष्ट्र से सीधे परिजनों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। दोषी किसी भी जाति या धर्म का हो, उसे सजा मिलनी चाहिए। राजनीतिक पार्टियों को सीएए को लेकर आग में घी डालने का काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंकित के परिजनों की हर संभव मदद की जाएगी। इस बारे में उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी बात हुई है। ग्रामीणों द्वारा अंकित की स्मृति में एक सड़क और गेट का निर्माण कराने की भी बात कही गई है। आइजी लक्ष्मी सिंह ने कहा कि परिजनों की सुरक्षा व सहायता की जाएगी।

पिता ने लगाया हत्या का आरोप

अंतिम संस्कार के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मृतक अंकित के पिता रविंद्र शर्मा ने आरोप लगाया कि ताहिर हुसैन ने दंगाइयों को शरण दी। बता दें कि गुरुवार की शाम दिल्ली के दयालपुर थाने में ताहिर हुसैन पर अंकित की हत्या के आरोप में मुकदमा कायम कर दिया गया है।


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