Delhi-Meerut Expressway: पांचवें चरण के लिए अधिग्रहित जमीन पर हो रही खेती, NHAI ने प्रशासन से मांगी मदद
Delhi-Meerut Expressway दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का पांचवां चरण चार लेन का होगा। यह हिस्सा एक्सप्रेस-वे को मेरठ-हापुड़-बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 235 से जोड़ेगा। लेकिन फिलहाल किसानों के कब्जे के कारण इस पर काम शुरू नहीं हो पाया है। प्रशासन से मदद मांगी है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Delhi-Meerut Expressway दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को हापुड़ रोड से जोडऩे वाले पांचवें चरण का निर्माण कार्य शुरू किया जाना है। इसके लिए भूमि का अधिग्रहण वर्ष 2012 में ही किया जा चुका है। लेकिन निर्माण शुरू करने के प्रयास में बाधा आ गई है। अधिग्रहीत जमीन पर किसानों का कब्जा है। उन्होंने जमीन पर फसलें हो रखी हैं । कब्जा दिलाने के लिए एनएचएआइ ने मेरठ और गाजियाबाद जिला प्रशासन से मदद मांगी है।
यह है परियोजना
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का पांचवां चरण चार लेन का होगा। यह हिस्सा एक्सप्रेस-वे को मेरठ-हापुड़-बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 235 से जोड़ेगा। एनएच 235 के किमी 8.520 से यह शुरू होकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के किमी 50 पर जुड़ेगा। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक ने जिलाधिकारी, एडीएम भूमि अध्याप्ति तथा संबंधित तहसीलों के एसडीएम को पत्र भेजकर बताया है कि भारत सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री कार्यालय की निगरानी में पूरी की जा रही है। जिसका कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाना है। उन्होंने बताया कि पांचवे चरण की भूमि का अधिग्रहण वर्ष 2012 में ही किया जा चुका है। जिसके मुआवजा का भुगतान भी उसी समय संबंधित किसानों को किया जा चुका है। भूमि भारत सरकार में निहित हो चुकी है। उक्त भूमि पर अब खेती अथवा अन्य कोई भी गतिविधि करना गैर कानूनी है।
कब्जा दिलवाया जाए
परियोजना निदेशक ने बताया है कि उक्त भाग के निर्माण के लिए निविदा मांगी जा चुकी है। निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू किया जाएगा। लेकिन मौके पर भूमि पर किसानों का कब्जा है तथा उन्होंने वहां फसलें बो रखी हैं। एनएचएआइ ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उक्त भूमि पर किसानों का कब्जा हटवाकर एनएचएआइ को कब्जा दिलाया जाए।
इनका कहना है
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पांचवे चरण का काम जल्द शुरू होगा। इसके लिए अधिग्रहीत की गई भूमि पर कब्जा दिलाने की मांग एनएचएआइ ने की है। इसके लिए शीघ्र टीम गठित करके कार्रवाई कराई जाएगी।
- सुल्तान अशरफ सिद्दीकी, एडीएम भूमि अध्याप्ति