दारुल उलूम फतवा- अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर कर सकते हैं इस्तेमाल, मस्जिदों को भी किया जाएगा सैनिटाइज
बरेली की दरगाह आला हजरत के दारुल इफ्ता के मुफ्ती ने अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर के इस्तेमाल को शरीयत के खिलाफ बताते हुए इससे बचने की नसीहत दी है।
सहारनपुर, जेएनएन। इस्लामिक दृष्टिकोण से अल्कोहलयुक्त सैनिटाइजर के इस्तेमाल करने या नहीं करने को लेकर चल रही बहस के बीच दारुल उलूम देवबंद ने अहम फतवा दिया है। दारुल उलूम के मुफ्तियों की खंडपीठ ने कहा है कि सैनिटाइजर में इस्तेमाल होने वाला अल्कोहल अलग किस्म का होता है, इसलिए इसके इस्तेमाल में कोई हर्ज नहीं है। कहा कि यह सभी के सुरक्षा के नजरिए से भी सही है।
बचने की नसीहत दी
बरेली की दरगाह आला हजरत के दारुल इफ्ता के मुफ्ती ने अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर के इस्तेमाल को शरीयत के खिलाफ बताते हुए इससे बचने की नसीहत दी है। अब दारुल उलूम ने इस संबंध में फतवा देकर शंका का समाधान किया है। कहा है कि दवाओं और सैनिटाइजर में इस्तेमाल होने वाला अल्कोहल गन्ने का रस, सब्जी, विभिन्न तरह के दानों (केमिकल), पेट्रोल, कोयला आदि से बनता है। लिहाजा सैनिटाइजर इस्तेमाल किया जा सकता है। वुजू के बाद सैनिटाइजर से हाथ धो सकते हैं।
मस्जिद को भी किया जाएगा सैनिटाइज
दारुल उलूम ने फतवा जारी करते हुए कहा कि हमें सुरक्षा के नजरिए से सैनिटाइक का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही इसके इस्तेमाल में किसी तरह की कोई दिक्कत भी नहीं होती है। कहा कि मस्जिद के फर्श को भी सैनिटाइज किया जाएगा लेकिन इसका इस्तेमाल जरूरत के हिसाब से ही किया जाएगा।