मुख्यमंत्री योगी के भगवा समीकरण में शामिल हुआ देहलीगेट थाना
नवीन मंडियों और तमाम सरकारी कार्यालयों के बाद योगी सरकार में अब थानों पर भी भगवा रंग चढ़ने लगा है।
जासं, मेरठ : नवीन मंडियों और तमाम सरकारी कार्यालयों के बाद योगी सरकार में अब थानों पर भी भगवा रंग चढ़ने लगा है। लखनऊ, आजमगढ़ और बिजनौर के बाद मेरठ के देहलीगेट थाने की दीवारें भी भगवा में रंग दी गई हैं। शनिवार को एसएसपी अखिलेश कुमार ने सौंदर्यीकरण कार्यो का उद्घाटन किया।
फिलवक्त जिले के तमाम थानों में सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है, लेकिन देहलीगेट थाने ने सबसे पहले कायाकल्प कराकर बाजी मार ली। थाने में करीब 20 दिन पूर्व कार्य प्रारंभ हुआ था। कार्यालय, परिसर व बैरक में साफ-सफाई, रंगाई-पुताई और पौधरोपण आदि कार्य कराया गया है। इस दौरान एसएसपी ने देहलीगेट थाना प्रभारी विजय गुप्ता के कार्यो की सराहना की। उन्होंने बैरक में थोड़ा कार्य और कराने के भी निर्देश दिए हैं। इस मौके पर सीओ कैंट सतपाल आंतिल, सीओ कोतवाली दिनेश कुमार शुक्ला व सीओ ब्रह्मापुरी हरिमोहन सिंह आदि उपस्थित रहे। तांगा स्टैंड बचाने को दाखिल हुई याचिका, पुलिस महकमे में हड़कंप
घंटाघर स्थित पुराना तांगा स्टैंड तोड़कर पुलिस वहां आरएएफ का आरामगृह बनवा रही है। इस ऐतिहासिक तांगा स्टैंड का अस्तित्व बचाने को हाईकोर्ट इलाहाबाद में जनहित याचिका दाखिल हुई है जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
जनहित याचिका आरटीआइ कार्यकर्ता लोकेश खुराना ने दाखिल की है। लोकेश ने बताया कि शहर में 30 रिक्शा स्टैंड, आठ तांगा स्टैंड व दो टेंपो स्टैंड नगर निगम की ओर से चिन्हित हैं। घंटाघर ऐतिहासिक स्थल है और वहां पर तांगा स्टैंड भी उसी ऐतिहासिकता से जुड़ा हुआ है। ऐसे में इसी तोड़ा जाना उचित नहीं है। आरएएफ के आरामगृह के लिए दूसरी जगह भी तलाशी जा सकती है लेकिन तांगा स्टैंड का इतिहास दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया जा सकता। उधर, इस जनहित याचिका से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। याचिका दाखिल होने की सूचना मिलते ही एसपी सिटी ने याचिकाकर्ता से संपर्क किया। लोकेश ने बताया कि एसपी सिटी ने निर्माण रोकने की बात कही है मगर वहां अभी भी निर्माण जारी है।