केवल आधे घंटे तक चलाएं साइकिल रहेगी दिनभर की ताजगी, जानिए इनकी दिनचर्या Meerut News
साइकिल चलाना अपने आप में संपूर्ण अभ्यास है। आधे घंटे साइकिल चलाने से शुगर की समस्या खत्म होती है दिल की बीमारी नहीं रहती है। जिन लोगों को मोटापे की समस्या है अगर वह आधे घंटे नियमित रूप से साइकिल चलाए तो पेट की चर्बी भी कम हो सकती है।
मेरठ, जेएनएन। हर व्यक्ति के पास 24 घंटे ही है। इसमें कुछ लोग कम वक्त का रोना रोते रहते हैं तो कुछ लोग इस वक्त में भी हर काम के लिए वक्त निकाल लेते हैं। वह वक्त को लेकर शिकायत भी नहीं करते हैं। हर काम के लिए उनके पास वक्त रहता है। ऐसा वह टाइम मैनेजमेंट से कर पाते हैं। मेरठ में अमात्य इंस्टीट्यूट के निदेशक राजेश भारती दिनभर की भागदौड़ के बीच भी सुबह कुछ समय योग और शारीरिक अभ्यास के लिए निकाल लेते हैं। इसकी वजह से वह खुद को पूरी तरह से फिट रख पाते हैं।
सुबह साढ़े पांच बजे छोड़ देते हैं बिस्तर
राजेश भारती के सुबह उठने और रात में सोने का समय निश्चत है। सुबह साढ़े पांच बजे बिस्तर छोड़ देते हैं, तो रात साढ़े दस बजे तक वह सोने चले जाते हैं। सुबह उठने के बाद वह करीब आधे घंटे तक घर पर ही एक्साइज करते हैं। जिसमें कुछ योग की क्रियाएं भी शामिल है। घर के पास ही सुबह कुछ देर वह टहलते भी हैं। सुबह के शारीरिक अभ्यास और वाकिंग के बाद वह शाम को भी कुछ समय अपने लिए निकालते हैं जिसमें वह कुछ देर साइकिल चलाते हैं। साइकिल चलाने से उनके शरीर का पूरा एक्साइज भी हो जाता है। राजेश बताते हैं कि नियमित दिनचर्या रखने और शारीरिक अभ्यास करने से शुगर, तनाव, ब्लडप्रेशर जैसी समस्या से पूरी तरह से बच पाया हूं। सुबह आधे घंटे के अभ्यास से ही दिन भर ताजगी बनी रहती है। सुस्ती और थकावट नहीं आती है। मन में सकारात्मक भाव रहता है।
साइकिल संपूर्ण अभ्यास
साइकिल चलाना अपने आप में संपूर्ण अभ्यास है। आधे घंटे साइकिल चलाने से शुगर की समस्या खत्म होती है, दिल की बीमारी नहीं रहती है। जिन लोगों को मोटापे की समस्या है, अगर वह आधे घंटे नियमित रूप से साइकिल चलाए तो पेट की चर्बी भी कम हो सकती है। शरीर में एक्ट्रा कैलोरी को नियंत्रित करने के लिए भी साइकिल चलाना उपयोगी रहता है। गठिया रोग से बचाने में भी साइकिल सहायक होती है। ऐसे में बहुत से लोग अभ्यास के लिए साइकिल की सवारी की ओर अब तेजी से मुड़ने लगे हैं।