सीआरपीएफ जवान ने किया हंगामा, मंदिर में देव चित्र फाड़े
शराब के नशे में धुत सीआरपीएफ जवान ने ढिकौली गांव में जमकर हंगामा किया। लोगों से मारपीट की और मंदिर में घुसकर देव चित्रों को फाड़ दिया। दारोगा व अन्य पुलिसकर्मियों से भी अभद्रता की।
मवाना (मेरठ), जेएनएन : शराब के नशे में धुत सीआरपीएफ जवान ने ढिकौली गांव में जमकर हंगामा किया। लोगों से मारपीट की और मंदिर में घुसकर देव चित्रों को फाड़ दिया। दारोगा व अन्य पुलिसकर्मियों से भी अभद्रता की।
ढिकौली निवासी अनुसूचित जाति के संजय पुत्र किशनचंद सीआरपीएफ दिल्ली में तैनात है। वह गांव आया हुआ था। रविवार रात करीब नौ बजे शराब के नशे में उसने मूíत पूजा का विरोध करते हुए लोगों से गाली-गलौज की। इसके बाद पास के मंदिर में घुसकर देव चित्रों को फाड़ दिया। लोगों ने विरोध किया तो आरोपित जवान, उसके भाई सुशील और पिता ने उनसे मारपीट कर दी।
मौके पर पहुंची यूपी-100 पुलिस से भी अभद्रता की। दारोगा झम्मन सिंह पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे तो आरोपित ने खुद को रक्षा मंत्रालय, दिल्ली में तैनात बताते हुए उन्हें वर्दी उतरवाने की धमकी दी। घंटों पुलिस तमाशबीन बनी रही। बाद में आरोपित व उसके भाई को थाने ले आए और मेडिकल जांच करा हवालात में बंद कर दिया। वहां भी आरोपित ने हंगामा किया। प्रकरण का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने शांतिभंग में चालान कर दिया। एसडीएम कोर्ट से उन्हें जमानत मिली।
उधर, अनुसूचित जाति के लाल सिंह, जगदीश, टीकाराम, जुगल किशोर आदि ने थाने में दी तहरीर में आरोप लगाया कि आरोपित जवान ने मंदिर में रखी तस्वीर फाड़कर नाली में फेंक दी। विरोध करने पर आरोपित, उसके भाई सुशील व पिता किशनचंद ने गोली-गलौज व मारपीट की।
आरोपित जवान का कहना है कि उसने शराब पी रखी थी लेकिन देव चित्रों का अनादर नहीं किया। पुलिस बेवजह उसे व भाई को पकड़कर ले आई।
वर्जन
सीआरपीएफ जवान व दूसरे पक्ष के लोग अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं। मामला शराब पीकर मारपीट का था। आरोपित जवान व उसके भाई का शांतिभंग में चालान कर दिया।
-विनय आजाद, इंस्पेक्टर थाना मवाना