संकट: इस बैंक में फंसी जीवनभर की जमा पूंजी Meerut News
होली के सीजन पर माल के ऑर्डर निरस्त होने से व्यापारी परेशान है। कारोबार ठप होने की नौबत पर आ चुका है। व्यापारी को यह डर है कि उनका पैसा सुरक्षित है या नहीं।
मेरठ, जेएनएन। कोई भी व्यापारी यस बैंक के एकाउंट में चेक न लगाए, दूसरे बैंक में लगाए। यस बैंक में जो चेक लगाएगा वो खुद उसकी जिम्मेदारी होगी। इस तरह के मैसेज व्यापारियों के वाट्सएप ग्रुप पर चल रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि उनकी अच्छी खासी पूंजी फंस गई है। करंट एकाउंट में बैंक कोई ब्याज नहीं देता फिर भी उस पर रोक लगा दी गई है। यह व्यापारियों का दर्द है। वहीं, यस बैंक ने शनिवार को अपनी दोनों शाखाओं में भारत सरकार का गजट चस्पा कर दिया। ताकि खाताधारकों को यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनका पैसा सुरक्षित है। बैंक अधिकारी भी खाताधारकों को यही दिलाशा दे रहे हैं। हालांकि खाताधारक एटीएम से पैसा न निकलने से परेशान हैं।
पैसा निकालने में बढ़ी परेशानी
आरबीआई ने गुरुवार से 50,000 से अधिक निकासी पर रोक लगा दी है। अर्थात महीने में कोई भी खाता धारक जो यस बैंक का है। वह इतनी ही राशि निकाल सकता है। एटीएम भी आउट ऑफ सर्विस हैं। ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी नहीं हो रहा है। केवल चेक के जरिए ही यस बैंक की शाखा से तय सीमा तक पैसा निकाला जा सकता है। शनिवार को दिल्ली रोड शाखा में बड़ी संख्या में खाताधारक पहुंचे। खाताधारक पहुंचते ही पहला सवाल यही कर रहे हैं कि हमारा पैसा सुरक्षित तो है न। इसके बाद कितना पैसा निकाल सकते हैं। बैंक अधिकारी गेट पर चस्पा भारत सरकार का गजट देखकर आने को कहते हैं। फिर वही बात बताते हैं। खाताधारकों के सवाल बढ़ते हैं तो यह कहते हैं कि जो उन्हें बताया गया है वही बता रहे हैं।
दिल्ली रोड निवासी एक खाताधारक ने बताया कि वे गजट को देखकर संतुष्ट हैं कि उनका पैसा नहीं डूबेगा। लेकिन समस्या ये है कि अगर 50,000 से अधिक रुपये की जरूरत पड़ी तो पैसा नहीं निकलेगा। इससे तो बहुत सारे काम रुक जाएंगे। आखिर खाताधारकों का क्या कसूर है। उनके साथ मौजूद दूसरे खाताधारक ने कहा कि मेरठ से बाहर जाने से पहले बैंक में चेक लगानी पड़ेगी। ताकि जेब में पैसा रहे। क्योंकि इस बैंक के एटीएम के भरोसे नहीं रह सकते हैं या फिर दूसरे बैंक में खाता हो और एटीएम हो। इसी बीच बैंक से बाहर निकले खाताधारक ने कहा कि उनका करंट अकाउंट है। बैंक अधिकारियों से बात की है। दूसरे बैंक में खाते में पैसा ट्रांसफर करेंगे। लेकिन ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी संभव नहीं है। पेटीएम फोन पर भीम ऐप के माध्यम से भी खाताधारक पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं। गढ़ रोड स्थित शाखा पर भी ऐसा ही हाल है।
मेरठ में दो शाखाएं
व्यापारियों के अधिकतर अकाउंट यस बैंक की मेरठ में दो शाखा हैं। एक दिल्ली रोड पर और दूसरी गढ़ रोड पर है। गढ़ रोड शाखा, दिल्ली रोड शाखा से पुरानी है। इसलिए वहां खाताधारकों की संख्या अधिक है। यस बैंक में खाताधारकों की संख्या लगभग 10,000 है। शहर में यस बैंक के लगभग चार एटीएम भी हैं। खाताधारकों में ज्यादातर व्यापारियों का करंट अकाउंट है। कई कंपनियों के कर्मचारियों का सैलरी अकाउंट भी यस बैंक में है।