सजायाफ्ता बिल्डर को जिला अस्पताल में वीआइपी ट्रीटमेंट
- छावनी के बंगला नंबर 210 बी के बहुचर्चित मामले में सजा काट रहे बिल्डर का मामला - जेल में आराम
- छावनी के बंगला नंबर 210 बी के बहुचर्चित मामले में सजा काट रहे बिल्डर का मामला
- जेल में आराम न लगने पर जिला अस्पताल में कराया था भर्ती, आइसीयू की बजाय अस्पताल में टहलते मिले
जागरण संवाददाता, मेरठ:
छावनी में बंगला नंबर 210 बी के बहुचर्चित मामले में सजा काट रहे बिल्डर आनंद प्रकाश अग्रवाल एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। हाईपरटेंशन व डायबिटीज जैसी कई बीमारियों से ग्रस्त आनंद प्रकाश को जेल अस्पताल के इलाज से आराम न मिलने पर रविवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के नाम पर बिल्डर को वीआइपी ट्रीटमेंट उपलब्ध कराया गया। आइसीयू में भर्ती बिल्डर अस्पताल में टहलते हुए कैमरे में कैद हो गए। जेल व अस्पताल प्रशासन पर इलाज के नाम पर सुविधा मुहैया कराने की चर्चा फैली, जिसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने अपने-अपने स्तर से मामले की जांच कराने की बात कही है।
गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की अवमानना याचिका संख्या 1936 सन 2017 कैंटोनमेंट एक्जीक्यूटिव आफिसर बनाम पुष्पा देवी के मामले में बिल्डर आनन्द प्रकाश अग्रवाल पुत्र धनप्रकाश के खिलाफ अवमानना याचिका चल रही थी। बिल्डर ने कोर्ट के स्टे के बाद भी अवैध निर्माण जारी रखा। इसके बाद बिल्डर पर अवमानना का केस चला था। जिसमें हाल ही में उन्हें छह माह की सजा सुनाई गई। आनंद प्रकाश अग्रवाल जिला कारागार में सजा भुगत रहे हैं। बीमारी की हालत में उन्हें रविवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर बताकर उन्हें आइसीयू में भर्ती कर दिया गया, लेकिन कुछ ही घंटों बाद वह आइसीयू के बेड की बजाय वार्ड में टहलते दिखाई दिए।
वर्जन ...
आनंद प्रकाश अग्रवाल करीब दो सप्ताह से बीमार चल रहे थे। तबीयत ठीक न होने पर जिला अस्पताल में उनका उपचार कराया जा रहा था। रविवार को भी उन्हें चेकअप के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उन्हें भर्ती कर लिया गया। जेल की तरफ से कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। अस्पताल में टहलने के बारे में सीएमएस को चिट्ठी लिखी जाएगी।
विधुदत्त पांडेय, वरिष्ठ जेल अधीक्षक- जिला कारागार
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आनंद प्रकाश अग्रवाल को कैजुअल्टी में लाया गया था, जहां से उन्हें आइसीयू में भर्ती कर लिया गया। वह अस्पताल में खुलेआम कैसे टहल रहे हैं, यह पुलिस को देखना है। अस्पताल की तरफ से उन्हें किसी तरह की सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है। मैं आउट ऑफ स्टेशन हूं। मंगलवार को पूरे प्रकरण की पड़ताल की जाएगी।
डॉ. पीके बंसल, सीएमएस - जिला अस्पताल