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International Dog Day 2020: अंतरराष्ट्रीय डॉग-डे पर क्रिकेटर भुवनेश्वर कुमार ने एलेक्स संग साझा की तस्वीर

International Dog Day 2020 अंतरराष्ट्रीय डॉग-डे पर भारतीय क्रिकेट टीम के स्विंग मास्टर मेरठ के भुवनेश्वर कुमार यानी भुवी ने अपने डॉग एलेक्सा के साथ भावुक तस्वीर साझा की।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2020 09:00 AM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2020 09:00 AM (IST)
International Dog Day 2020: अंतरराष्ट्रीय डॉग-डे पर क्रिकेटर भुवनेश्वर कुमार ने एलेक्स संग साझा की तस्वीर
International Dog Day 2020: अंतरराष्ट्रीय डॉग-डे पर क्रिकेटर भुवनेश्वर कुमार ने एलेक्स संग साझा की तस्वीर

मेरठ, जेएनएन। International Dog Day 2020 अंतरराष्ट्रीय डॉग-डे पर भारतीय क्रिकेट टीम के स्विंग मास्टर मेरठ के भुवनेश्वर कुमार यानी भुवी ने अपने डॉग एलेक्सा के साथ भावुक तस्वीर साझा की। इन दिनों आइपीएल की ट्रेनिंग में व्यस्त भुवी निश्चित तौर पर एलेक्स को मिस कर रहे होंगे। भुवी घर पर रहने के दौरान हमेशा से ही एलेक्स के साथ समय बिताते रहे हैं।

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एलेक्‍स के साथ पहुंचे थे ट्रेनिंग के लिए

यहां तक कि भामाशाह पार्क के ग्राउंड पर भी वह एलेक्स के साथ ट्रेनिंग करने आ चुके हैं। पांच जून को भुवी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर छोटे एलेक्स के साथ भामाशाह पार्क की एक तस्वीर साझा की थी। ठीक वैसी ही तस्वीर इन दिनों की भी उन्होंने डाली थी। फोटो कैप्शन में लिखा था, बडीज देन एंड नाउ। अब इंटरनेशनल डॉग-डे पर भी भुवी ने तस्वीर साझा की है। भुवी के पोस्ट के बाद उनके एक प्रशंसक ने भी भुवी, नुपुर और एलेक्स की एक तस्वीर साझा की है।

2004 में हुई दिवस की शुरुआत

इंटरनेशनल डॉग-डे की शुरुआत अमेरिका में वर्ष 2004 में नेशनल डॉग डे के तौर पर हुई थी। इसकी शुरुआत पेट एंड फैमिली लाइफस्टाइल एक्सपर्ट कलीन पेज ने की थी। इसी दिन उन्होंने अपना पहला डॉग शेल्टी को अडॉप्ट किया था। उसी दिन को नेशनल डॉग डे के तौर पर प्रचारित करते हुए उन्होंने लोगों को डॉग को पालने के लिए प्रेरित किया। धीरे-धीरे इस दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाने लगा। हर तरह के श्वान प्रजाति को पालने वाले लोग इस दिवस का पालन करते हैं और लोगों को भी श्वानों को पालने के लिए प्रेरित करते हैं।

सेना में भी बनती हैं शानदार जोडिय़ां

श्वानों को मनुष्य का सबसे भरोसेमंद साथी माना जाता है। इसी भरोसे की मजबूत कड़ी से ही भारतीय सेना के फौजी श्वान भी जुड़े होते हैं। सेना में श्वानों के अलग-अलग प्रजाति की ब्रीडिंग से लेकर विशेषज्ञता प्रशिक्षण तक कराया जाता है। सभी फौजी श्वानों का प्रशिक्षण उनके एक हैंडलर के साथ होता है। सेना के ऑपरेशनों में भी वह फौजी श्वान अपने हैंडलर के साथ ही जाते हैं जिससे दोनों की बेहतरीन जोड़ी ऑपरेशन को सफल बनाने में मदद करती है।


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