चरमराई डोर-टू-डोर कूड़ा उठान की व्यवस्था, 37 वार्डों से नहीं उठा कचरा
मेरठ, जेएनएन। ठेके पर शुरू हुई डोर-टू-डोर कूड़ा उठान की व्यवस्था भी चरमरा गई। मंगलवार को बकाया भुगतान को लेकर पेट्रोल पंप संचालक ने ईंधन देने से इन्कार कर दिया। जिसके चलते सूरजकुंड वाहन डिपो से कूड़ा गाड़ियां नहीं निकलीं। वाहन चालकों ने इसे लेकर जमकर हंगामा किया। डीजल न मिलने से करीब 37 वार्डों से डोर-टू-डोर कूड़ा उठान नहीं हो सका। लोगों के घरों में रखे डस्टबिन कूड़े से अट गए। लोग दिनभर कूड़ा गाड़ी आने का इंतजार करते रहे। इसे लेकर लोगों में आक्रोश रहा।
सूरजकुंड वाहन डिपो अंतर्गत 37 वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान बीवीजी इंडिया कंपनी के जिम्मे है। कंपनी दिल्ली रोड स्थित एक पेट्रोल पंप से ईंधन लेती है। करीब 74 कूड़ा गाड़ियों में रोजाना पांच-पांच लीटर के हिसाब से डीजल लिया जाता है। मंगलवार को उस वक्त समस्या खड़ी हो गई जब पेट्रोल पंप संचालक ने बीवीजी इंडिया कंपनी से पहले बकाया भुगतान करने के लिए कहा। प्रोजेक्ट मैनेजर ने कंपनी के उच्च अधिकारियों से बात की, लेकिन त्वरित बकाया भुगतान संभव नहीं हो सका। सुबह सात बजे तक डीजल नहीं मिला तो वाहन चालकों ने हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि इस तरह की स्थिति भविष्य में फिर न बने। वहीं, कंपनी ने भी निगम से डोर-टू-डोर कूड़ा उठान के एवज में धनराशि की मांग की है। अनुबंध के मुताबिक कंपनी को ईंधन और चालकों के मानदेय का भुगतान करना है।
इन प्रमुख मोहल्लों में नहीं पहुंची कूड़ा गाड़ी
साकेत, मानसरोवर, सिविल लाइंस, शास्त्रीनगर, जागृति विहार, शर्मा नगर, पांडव नगर, प्रभात नगर, जेलचुंगी, मंगलपांडे नगर, गंगानगर, डिफेंस कालोनी, नौचंदी समेत करीब 37 वार्डों में मोहल्लों में कूड़ा गाड़ी नहीं पहुंची।