Coronavirus: पीयूष की अपील का असर, ‘श्राप’ मिटाने क्रूज में उतरेंगे जापानी देवदूत Meerut News
जापान की सेना बुधवार को क्रूज में पहली बार उतरकर संक्रमणरोधी अभियान चलाएगी। यात्रियों को दवा मास्क और लिप बाम समेत जरूरी उपकरण भी देगी।
मेरठ, [संतोष शुक्ल]। Coronavirus क्रूज में कोरोनावायरस से मची दहशत के बीच जापान की सेना देवदूत बनकर उतरने जा रही है। जापान की सेना बुधवार को क्रूज में पहली बार उतरकर संक्रमणरोधी अभियान चलाएगी। यात्रियों को दवा, मास्क और लिप बाम समेत जरूरी उपकरण भी देगी। बता दें कि मेरठ के पीयूष के पत्र के बाद भारतीय राजदूत की अपील पर जापानी सरकार हरकत में आई। पीयूष ने भारत के राजदूत अनिल कालरा से फोन पर भी बात की है। सेना के आने की खबर पर यात्रियों की सांस में सांस आई है।
सेना रोकेगी संक्रमण
भारत से हांगकांग होकर जापान पहुंचा क्रूज 25 जनवरी को योकोहामा तट पर रोक दिया गया। इसमें मेरठ के साफ्टवेयर इंजीनियर पीयूष वशिष्ठ भी फंसे हुए हैं। मंगलवार को दैनिक जागरण से चैट में पीयूष ने बताया कि क्रूज में 130 से ज्यादा मरीज मिलने के बाद यात्रियों में अफरातफरी मच गई है। आर्द्रता वाले वातावरण में वायरस तेजी से फैलता है। क्रूज में रोजाना एंटी बैक्टीरियल विलयन का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन वैज्ञानिकों ने इसे अपर्याप्त माना है।
66 संक्रमित मरीजों को निकाला
पीयूष ने भारतीय दूतावास के माध्यम से जापान सरकार से रेस्क्यू की अपील की थी। साथ ही क्रूज में संक्रमण बढ़ने का खतरा जताते हुए क्रूज मैनेजर और भारत सरकार से हस्तक्षेप की गुहार लगाई थी। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती देखकर जापान सरकार ने क्रूज में सेना भेजने का निर्णय किया है। संक्रमित नए 66 मरीजों को मंगलवार को क्रूज से बाहर निकालकर अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया।
मास्क और दवा लेकर पहुंचेगी सेना
जापान की सेना क्रूज के यात्रियों के बीच पहुंचकर उनका भय दूर करेगी। यात्रियों को दवाएं देने के साथ ही बचाव के लिए आधुनिक मास्क भी बांटे जाएंगे। समुद्री हवाओं की वजह से मरीजों के होंठ सूख रहे हैं, जिसके लिए लिप बाम दिया जाएगा। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं व एनर्जी डिंक की भी आपूर्ति होगी। सांसद की विदेश मंत्री से गुहार: सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर को पत्र लिखकर पीयूष को भारत लाने की अपील की है। उधर, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी जापान में फंसे क्रूज में भारतीयों की मदद करने के लिए कहा है।
चीन से आए 10 यात्रियों का पता चला
प्रदेश सरकार ने चीन से आए नए यात्रियों की सूची स्वास्थ्य विभाग को भेजी है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर सात लोगों की जानकारी जुटा ली। उन्हें आइसोलेट कर 28 दिन तक नियमित निगरानी की जाएगी। चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर केंद्र सरकार देशभर के हवाई अड्डों को खंगाल रही है। पहले दौर में 31 दिसंबर से 29 जनवरी तक चीन से मेरठ आए 77 यात्रियों की जानकारी दी गई। इनमें 54 मेरठ के निवासी मिले। उनका नाम और पता ढूंढ लिया गया। उधर, सोमवार को 10 अन्य लोगों की सूची मेरठ स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई। सर्विलांस सेल ने मंगलवार को खोजबीन की।
दिल्ली भेजा जाएगा सैंपल
विभाग सभी को हाई रिस्क जोन में रखते हुए पड़ताल में जुट गया। अगर किसी व्यक्ति में जुकाम, खांसी या निमोनिया के लक्षण मिलेंगे तो उसका सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजा जाएगा। हालांकि किसी में कोरोना का संक्रमण नहीं है। चीन से मेरठ आने वालों की बड़ी संख्या देखते हुए सीएमओ ने मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में बेड आरक्षित करा दिए हैं। सर्विलांस सेल इन यात्रियों के सेहत की जानकारी रोजाना प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य को भेजेगी।
सात दिन से भोजन नहीं ..खा रहे हैं चॉकलेट
पीयूष ने बताया कि चार फरवरी से अब तक दाल, चावल, रोटी, सब्जी और सलाद जैसा कुछ नहीं खाया। क्रूज की रसोई में मांसाहारी भोजन बनता है, ऐसे में कोरोना के संक्रमण का रिस्क ज्यादा है। पीयूष ने भारतीय राजदूत अनिल कालरा से शाकाहारी भोजन उपलब्ध कराने की अपील की, किंतु अब तक नहीं मिला। इस बीच पीयूष चाकलेट, नूडल्स, फल और जूस पीकर गुजारा कर रहे हैं। क्रूज मैनेजर ने एक साथ पानी की 12 बोतल दे दी हैं। इन्हें 19 फरवरी तक प्रयोग करना है। उधर, यात्रियों की बेचैनी को देखते हुए उन्हें दिन में क्रूज की छत पर घूमने की अनुमति दे दी गई है। सभी यात्री मास्क लगाए हुए हैं।