COVID-19: 300 संदिग्धों की जांच से पता चलेगा संक्रमण का पारा, कड़ियों तक पहुंचने की कोशिश Meerut News
Coronavirus शहर में संक्रमण का पारा कितना चढ़ेगा इसकी थाह लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग ताबड़तोड़ सैंपलों की जांच कराएगा।
मेरठ, जेएनएन। Coronavirus मेरठ में संक्रमण का पारा कितना चढ़ेगा, इसकी थाह लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग ताबड़तोड़ सैंपलों की जांच कराएगा। स्थित विस्फोटक बनने से पहले संक्रमण की कड़ियों तक पहुंचना होगा। शुक्रवार को जांच में शामली के तीन, और बागपत एवं सहारनपुर में एक-एक जमाती संक्रमित मिले हैं, जिस पर मेरठ की भी धड़कन तेज हो गई। स्वास्थ्य विभाग दिनभर जमातियों की पड़ताल और उन्हें क्वारंटाइन कराने में जूझता रहा। उधर, मेडिकल की माइक्रोबायोलोजी लैब ने मेरठ का कोई सैंपल नहीं जांचा।
मेरठ के 53 सैंपलों में जमातियों के 50
जिले में 25 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं, जबकि जमातियों की बढ़ती संख्या देखकर स्वास्थ्य विभाग के होश उड़ गए हैं। अब तक 330 जमाती मिल चुके हैं। शुक्रवार को कुल 53 सैंपल लैब भेजे गए, जिसमें करीब 50 जमातियों के हैं। माइक्रोबायोलोजी विभाग ने देर रात जांच शुरू कर दिया, जिसकी रिपोर्ट शनिवार को मिलेगी। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि अमरावती से आए मरीज की वजह से जहां संक्रमण 16 लोगों में पहुंच गया, वहीं चार जमातियों के पाजिटिव मिलने से उनकी कड़ियां खोजनी पड़ रही हैं।
जाकिर कालोनी से 19 नए जमाती मिले
जमातियों के तार सरधना, फलावदा, मवाना एवं भूड़बराल समेत कई नए क्षेत्रों से जुड़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें पता कर रही हैं कि इन जमातियों के संपर्क में कौन-कौन आया। जाकिर कालोनी से 19 नए जमाती मिले हैं, जिन्हें क्वारंटाइन किया गया है। ये सभी निजामुद्दीन के मरकज में गए थे या संपर्क में आए। माना जा रहा है कि बड़ी संख्या में जमाती छुपे हुए हैं, जिनमें कई विदेशी भी हैं।
जानी खुर्द पहला इलाज का दूसरा केंद्र
मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड के बाद जानी खुर्द सीएचसी इलाज का दूसरा केंद्र बन गया। सुभारती में भर्ती चार जमातियों में गुरुवार को संक्रमण मिला था, जिन्हें शुक्रवार को जानीखुर्द में शिफ्ट कर दिया गया। बता दें कि गत दिनों मेरठ दौरे पर आए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दूबे ने सुभारती के बजाय मेडिकल में इलाज करने का निर्देश दिया था। जानी में तीस बेडों की उपलब्धता कराई गई है। सीएमओ डा. राजकुमार ने टीम के साथ पहुंचकर यहां पर इलाज की सुविधाओं का जायजा लिया।
घंटों घूमना पड़ा टीम को
जमातियों को क्वारंटाइन कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग को शुक्रवार को घंटों घूमना पड़ा। पहले रिठानी स्थित दिव्यांग कल्याण विभाग के छात्रावास से हरी झंडी न मिलने पर गाड़ी जीआइसी बेगमबाग की ओर मोड़नी पड़ी। वहां भी जीआइसी परिसर में रहने वाले परिवारों ने विरोध कर दिया। आखिरपुर टीम अंत में बराल गांव स्थित शेल्टर होम लेकर गई, किंतु यहां भी गांव वालों ने हंगामा कर दिया। उनकी शंका थी कि जमाती यहां भी संक्रमण फैला देंगे।
लोगों ने किया हंगामा
भूड़बराल और जाकिर कालोनी से मिले जमातियों को लेकर प्रशासन हांफ गया। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने परतापुर के बराल गांव स्थित शेल्टर होम में जमातियों को क्वारंटाइन किया। जहां गांव के लोगों ने हंगामा कर दिया। रात करीब साढ़े आठ बजे ग्रामीणों ने शेल्टर होम के अंदर से जमातियों को निकालने की धमकी दी। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की सूचना पर इंस्पेक्टर पहुंचे और उन्होंने प्रशासनिक अफसरों को मामले से अवगत कराया।
क्वारंटाइन नहीं करने देंगे
उसके बाद प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से अलग अलग बात की गई। ज्यादातर लोग मान गए। गांव के चंद लोग इस बात पर अड़े रहे कि यहां जमातियों को क्वारंटाइन नहीं करने देंगे। पुलिस ने सख्ती दिखाई। ग्राम प्रधान और प्रमुख लोगों से बातचीत की। इंस्पेक्टर आनंद मिश्र ने बताया कि सभी ग्रामीणों को शांत कर दिया। उसके बाद ग्रामीण समझाने पर मान गए। अतिरिक्त पुलिस बल की ड्यूटी शेल्टर होम पर लगा दी है।