Coronavirus: कोरोना से 62 साल के व्यापारी की मौत, डायग्नोस्टिक केंद्र भी हुआ सील Meerut News
मेरठ में कोरोना से अब 23वीं मौत हो गई है। मेडिकल में मृतक अवस्था में लाए गए थे न पल्स थी न हृदयगति थी। गढ़ रोड स्थित केंद्र पर एक्स रे कराया था। निमोनिया बढ़ा था।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना से एक मिठाई और हैंडलूम व्यवसायी की जान चली गई। थाना कोतवाली के खंदक बाजार निवासी 62 साल के मरीज की मौत के बाद जांच हुई, और वो कोरोना पाजटिव मिले। सोमवार देर शाम शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। जिले में अब तक 23 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। प्रदेश में आगरा के बाद सबसे ज्यादा मौतें मेरठ में दर्ज की गई हैं। उधर, दो महिलाएं भी कोरोना पाजिटिव मिली हैं। मरीजों की संख्या कुल 376 तक पहुंच गई है।
हापुड़ अड्डे के पास मिठाई की दुकान चलाने वाले व्यापारी को सप्ताह से बुखार आ रहा था। परिजनों ने उन्हें पैरासिटामॉल दिया, किंतु आराम नहीं हुआ। उन्हें ए ब्लाक शास्त्रीनगर में डा. अशोक गर्ग को दिखाया, जिन्होंने कोरोना की जांच कराने के लिए कहा। इससे पहले राधा गोविंद मंडप के पास स्थित एक डाइग्नोस्टिक सेंटर में मरीज की छाती का एक्स-रे कराया गया। जहां फेफड़ों में सफेदी देखकर निमोनिया की पुष्टि हुई। सीने में दर्द से तबीयत बिगडऩे पर मरीज को रविवार देर रात करीब तीन बजे मेडिकल कालेज ले जाया गया, जहां तत्काल वार्ड में भर्ती कर लिया गया। किंतु जांच में पता चला कि मरीज की हृदय व पल्स की गति थम चुकी है। डाक्टरों ने साफ कर दिया कि मरीज की रास्ते में मौत हो चुकी थी। मृतक का स्वैब जांच के लिए लैब में भेजा गया, जहां सोमवार को रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। शव को केमिकल से साफ कर प्रोटोकाल के साथ स्वजनों को दे दिया गया।
लंबी होगी चेन
मृतक के परिवार में दस लोग एक साथ रहते हैं। दस दिन से बुखार था, ऐसे में कई लोग संक्रमण में आए। हालांकि उनकी मिठाई की दुकान बंद थी, अन्यथा चेन और लंबी होती। गढ़ रोड के एक डाइग्नोस्टिक केंद्र में एक्स रे कराया गया, जहां स्टाफ भी मरीज के संपर्क में आया। स्वास्थ्य विभाग ने जांच केद्र को सैनिटाइज कराकर 48 घंटे के लिए सील कर दिया। शास्त्रीनगर के एक डाक्टर से भी विभाग ने क्वारंटाइन में जाने के लिए कहा है।
दो महिलाएं भी पाजिटिव
बुनकर नगर की दो महिलाएं पाजिटिव मिली हैं, जो 21 मई को संक्रमित मिले मरीज के संपर्क में आने से बीमार हुई। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि महिलाओं को मेडिकल कालेज भर्ती कराया गया है। जिले में अब तक 21 मरीजों की जान जा चुकी है।