Corona Test: जल्द ही महज 15 मिनट में कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट, अगले हफ्ते आएगी एंटीजन किट Meerut News
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बताया कि एंटीजन किट की जांच की तैयारी रखी जाए। यह किट आइसीएमआर की जांची-परखी है।
मेरठ, जेएनएन। Corona test प्रदेश में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतों की वजह से मेरठ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय की भी नजर में है। अब करीब 800 मरीज मिल चुके हैं, जबकि आने वाले दिनों में संख्या बढ़ेगी। प्रदेश सरकार ने संक्रमण पर नियंत्रण के लिए एंटीजन टेस्ट कराने का निर्णय लिया है। इसकी किट अगले सप्ताह मेरठ समेत सभी जिलों को मिल जाएगी। इसके बाद मात्र 15 मिनट में कोरोना की रिपोर्ट मिल जाएगी। इसमें भी मरीज के गले और नाक का स्वेब लिया जाता है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बताया कि एंटीजन किट की जांच की तैयारी रखी जाए। यह किट आइसीएमआर की जांची-परखी है।
पीसीआर तकनीक से जांच
रिपोर्ट पॉजिटिव मिली तो मरीज को तत्काल आइसोलेशन में भर्ती किया जाएगा। निगेटिव मिलने वाले सैंपलों की दोबारा पीसीआर तकनीक से जांच की जाएगी। इसके लिए पूल सैंपलिंग की तकनीक का प्रयोग होगा। एक साथ बड़ी मात्र में सैंपलों को मशीन में लगाया जाएगा। इस जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही व्यक्ति सही माना जाएगा। सीएमओ ने बताया कि शासन की मंशा ज्यादा से ज्यादा सैंपलों की जांच कराना है। कंटनेमेंट जोन में खास क्षेत्रों को चुना जाएगा। इससे पहले एनसीआर में संक्रमण रोकने के लिए नई दिल्ली से सटी सीमाओं पर लगे जिलों को लेकर अलग रणनीति बनाई जा रही है। अगले चरण में मेरठ की भी रणनीति बनेगी।
200 नर्सो को वेंटीलेटर संचालन की ट्रेनिंग
कोरोना महामारी से निपटने के लिए जिले के नर्सिग कॉलेजों में पढ़ने वाली अंतिम वर्ष की छात्रओं को मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षण दिया गया। सोमवार को इमरजेंसी और ट्रामा केयर मैनेजमेंट ट्रेनिंग के लिए केएमसी, आनंद, उमालोक और कालका नर्सिग कॉलेजों से बड़ी संख्या में छात्रओं को बुलाया गया। 200 छात्रओं को मेडिकल सभागार में इमरजेंसी सेवा, प्राथमिक इलाज, आक्सीजन सपोर्ट और वेंटीलेटर संचालन की तकनीक बताई गई।
नर्सो की भूमिका महत्वपूर्ण
प्राचार्य डा. एसके गर्ग ने बताया कि शासन के निर्देश पर अतिरिक्त मानव संसाधन तैयार रखना है। सीएमएस डा. धीरज राज ने प्रेजेंटेशन में बताया कि कोरोना और नॉन कोरोना वार्ड में मरीजों के इलाज के लिए नर्सो की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। जुलाई तक कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है। सर्जरी विभाग के एसोससिएट प्रोफेसर डा. वीरेंद्र सिंह ने भी प्रेजेंटेशन देकर स्टाफ को अलर्ट किया।