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घायलों की मदद को पहुंचे या न पहुंचे,सरकारी एंबुलेंस से ढोया जा रहा कूलर

मेरठ में सरकारी एंबुलेंस का दुरुपयोग देखने काे मिला। वक्त पर घायलों तक भले ही न पहुंचती होंलेकिन सामान ढोने के लिए उपलब्ध हैं।

By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 05:04 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 05:04 PM (IST)
घायलों की मदद को पहुंचे या न पहुंचे,सरकारी एंबुलेंस से ढोया जा रहा कूलर
घायलों की मदद को पहुंचे या न पहुंचे,सरकारी एंबुलेंस से ढोया जा रहा कूलर
मेरठ,जेएनएन। सरकारी एंबुलेंस का दुरुपयोग देखिए। वक्त पर घायलों तक भले ही न पहुंचती हों,लेकिन सामान ढोने के लिए उपलब्ध हैं। शुक्रवार को जिला अस्पताल स्थित एक रूम में कूलर लगाने के लिए एंबुलेंस का प्रयोग किया गया। उधर,कैमरा चमकते ही स्टाफ में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कूलर उतारकर स्टाफ वहां से गायब हो गया।

अधिकारी के कहने पर लादा कूलर
नेशनल एंबुलेंस सर्विस 102 जच्चा-बच्चा को घर तक छोड़ती है। केंद्र की योजना के अंतर्गत संचालित यह प्रदेश सरकार की 108 एंबुलेंस के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाती है। लेकिन,मेरठ एवं आसपास की सरकारी एंबुलेंस पर कई बार प्रश्न उठ चुके हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाने एवं प्रसूता को प्रसव केंद्र तक पहुंचाने में कई बार देरी हुई, और हादसा तक हुआ। इधर,जिला अस्पताल के स्टाफ की मानें एक अधिकारी के कहने पर नेशनल एंबुलेंस सर्विस में कूलर लादा गया था। चिकित्सकों की मानें तो 102 एंबुलेंस में प्रसूताएं एवं शिशुओं को घर तक छोड़ा जाता है,ऐसे में उन्हें खतरनाक संक्रमण हो सकते हैं। सीएमओ डा.राजकुमार ने कहा कि एंबुलेंस में अन्य सामान नहीं ढोया जा सकता, इसकी जांच की जाएगी। 

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