नौकरी से निकालने पर कंप्यूटर आपरेटर ने की आत्महत्या, हंगामा
दिल्ली हाईवे स्थित होटल में शिवकुंज के रहने वाले कंप्यूटर आपरेटर ने सल्फास खाकर जान दे दी। फेसबुक पर सुसाइड का लाइव वीडियो अपलोड किया।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली हाईवे स्थित होटल में शिवकुंज के रहने वाले कंप्यूटर आपरेटर ने सल्फास खाकर जान दे दी। फेसबुक पर सुसाइड का लाइव वीडियो अपलोड किया। साथ ही होटल के रूम में सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें विद्या प्रकाशन के मालिक और तीन कर्मचारियों पर आत्महत्या के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। स्वजन ने आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर डेढ़ घंटे बागपत रोड पर जाम लगाया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर 48 घंटे में आरोपितों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया। इसके बाद अंतिम संस्कार हुआ।
टीपीनगर थाने के शिवकुंज निवासी 31 वर्षीय अमित चौधरी 13 साल से बागपत रोड स्थित विद्या प्रकाशन में कंप्यूटर आपरेटर की नौकरी करता था। आंखों में बीमारी के चलते छह माह से अमित चौधरी अवकाश पर चल रहा था। आंखों का उपचार कराने के बाद गुरुवार को अमित चौधरी ड्यूटी ज्वाइनिंग करने के लिए पहुंचा। अमित का आरोप था कि विद्या प्रकाशन के स्वामी, एचआर यशपाल मलिक, नेहा गौतम और शिफ्ट इंचार्ज गौरव महेश्वरी ने नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद अमित चौधरी ने टीपीनगर थाने में मामले की शिकायत की। पुलिस ने समझाबुझाकर अमित को शांत कर दिया। भाई सचिन चौधरी ने बताया कि अमित गुरुवार की शाम पांच बजे घर से निकल गया था। उसने बताया था कि खाना मत बनाना वह रात को वापस नहीं आएगा। अमित ने दिल्ली हाईवे पर सुभारती मेडिकल कालेज के सामने हुकुम सिंह होटल में एक कमरा किराए पर लिया। कमरे में पहले सुसाइड नोट लिखा। इसके बाद फेसबुक पर सुसाइड का लाइव वीडियो अपलोड किया। इसमें विद्या प्रकाशन के स्वामी और तीन कर्मचारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। रात करीब दस बजे होटल स्वामी को बताया कि उसने सल्फास खा लिया है। होटल स्वामी ने अमित के भाई सचिन को काल कर जानकारी दी। स्वजन ने होटल पहुंचकर अमित को सुभारती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया, जहां पर शुक्रवार की सुबह पांच बजे अमित की मौत हो गई। स्वजन की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पोस्टमार्टम कराकर शव परिवार को सौंप दिया।
कंप्यूटर आपरेटर की आत्महत्या में सुसाइड नोट और फेसबुक पर अपलोड वीडियो के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
-अजय साहनी, एसएसपी
अमित चौधरी प्रकाशन में कंप्यूटर आपरेटर थे। उनकी असमय मृत्यु से पूरा स्टाफ गमजदा है। दुख की इस घड़ी में हम पीड़ित परिवार के साथ हैं। अमित को नौकरी से नहीं निकाला गया था, बल्कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही आंखों का आपरेशन कराया था। आफिस आने के बाद उनकी आंखों में सूजन आ गई थी। एचआर नेहा गौतम ने आंखों की सूजन की वजह से अमित की परेशानी को देखते हुए एक माह बाद ड्यूटी पर आने के लिए कहा था ताकि आंखों में ज्यादा परेशानी न आ जाए। अमित ऐसा कदम उठा लेंगे, हमने कभी सोचा भी नहीं था। हमारी तरफ से अमित का कभी उत्पीड़न नहीं किया गया है।
-संजीव गुर्जर, अधिवक्ता, विद्या प्रकाशन