जांच करने सरधना पहुंची सपा की समिति
सरधना में 17 अगस्त को मिट्टी का तेल डालकर जलाई गई छात्रा के प्रकरण की जांच करने गुरुवार को सपा की जांच समिति उसके परिजनों से मिली। अलग-अलग बिंदुओं के तहत जांच आख्या तैयार करके राष्ट्रीय कार्यालय को भेजी जाएगी।
जांच करने सरधना पहुंची सपा की समिति
मेरठ : सरधना में 17 अगस्त को मिट्टी का तेल डालकर जलाई गई छात्रा के प्रकरण की जांच करने गुरुवार को सपा की जांच समिति उसके परिजनों से मिली। अलग-अलग बिंदुओं के तहत जांच आख्या तैयार करके राष्ट्रीय कार्यालय को भेजी जाएगी।
सरधना की इस घटना की जांच के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर एक समिति बनाई गई थी। इसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर, मुजफ्फरनगर के जिलाध्यक्ष गौरव स्वरूप, खतौली विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रहे चंदन चौहान, जिलाध्यक्ष मेरठ राजपाल सिंह व समाजवादी छात्र सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान शामिल हैं। समिति के सदस्यों ने परिजनों से मुलाकात की। घटना से संबंधित बिंदुओं के तहत जानकारी जुटाई। समिति ने परिजनों को आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया। अतुल प्रधान ने बताया कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से धनराशि जुटाकर कुछ समय पूर्व 35 हजार रुपये की मदद की थी। इसके बाद समिति के सदस्य व अन्य सपाई मेरठ आकर एसएसपी से मिले। आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की। जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने बताया कि एसएसपी ने मुख्य आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।
छात्रा के दादा ने सपा के पूर्व जिला सचिव की रिहाई को सौंपा ज्ञापन
मोहल्ला निवासी छात्रा को केरोसिन डालकर जलाने के मामले में कैंडल मार्च निकालने से पूर्व पुलिस ने सपा के पूर्व जिला सचिव को शांतिभंग में निरुद्ध कर जेल भेज दिया था। एसडीएम द्वारा जमानत मंजूर होने के तीन बाद भी रिहा नहीं होने पर छात्रा के दादा ने डीएम को संबोधित एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में छात्रा के दादा ने बताया कि उनकी पौती को 17 अगस्त की सुबह घर में घुसकर मारपीट के बाद छह लोगों ने जला दिया था। जिसका गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा है। छात्रा की आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सपा के पूर्व जिला सचिव ललित गुर्जर के नेतृत्व में युवा कैंडल मार्च निकालने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने ललित को शांतिभंग की आशंका में जेल भेज दिया था। एसडीएम से जमानत मंजूर होने के तीन दिन बाद भी ललित को रिहा नहीं किया गया। आरोप है कि राजनीतिक दबाव के चलते जमानत तस्दीक कराने के नाम पर रिहा नहीं किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ललित को रिहा नहीं किया गया तो नगर वासी शुक्रवार से तहसील परिसर में तब तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे जब कि प्रशासन ललित को रिहा नहीं करेगा। इस दौरान चीनू सोम खेड़ा, भूपेंद्र सोम, ब्रहमपाल, सुनील त्यागी, राजीव, आरिफ, अमित कुमार, कृष्ण गुर्जर, तेजपाल, नरेश आदि मौजूद रहे।