मेरठ का कमिश्नरी चौराहा, कुछ बदला पर बहुत कुछ बदलना बाकी है
कमिश्नरी चौराहा कुछ-कुछ बदला बहुत कुछ बदलना बाकी है
मेरठ का कमिश्नरी चौराहा, कुछ बदला पर बहुत कुछ बदलना बाकी है
मेरठ, जेएनएन। शहर के नौ चौराहों को आइटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) योजना से जोड़ा जा चुका है, लेकिन कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण अभी संचालन नहीं हो सका है। शनिवार को दैनिक जागरण ने कमिश्नरी आवास चौराहे की यातायात व्यवस्था को परखा। क्योंकि इसी चौराहे का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उद्घाटन किया गया था। चौराहे पर यातायात सुचारू मिला। माल रोड से लेकर मवाना रोड और जेल चुंगी रोड पर वाहनों की लंबी लाइन लग जाती है। दरअसल, एक तरफ का यातायात रोककर दूसरी तरफ से वाहनों को चलाया जाता है। दूसरी तरफ का यातायात संचालित होने पर वाहन चालक अपनी बारी का इंतजार करते हैं। यही कारण है कि लालबत्ती के समय माल रोड पर चालक एक के पीछे एक वाहन खड़े कर कतार लगा लेते हैं। पुलिस की मुस्तैदी के कारण ओवरटेक कर कोई भी वाहन आगे नहीं जा पाता। जिससे चौराहे पर जाम नहीं लग रहा है। यदि इस चौराहे से पुलिस हटा दी जाए तो यातायात व्यवस्था पूरी तरह से डगमगा जाएगी।
उद्घाटन होने के बाद दस दिन का समय बीत गया है, फिर भी जनपद के नौ चौराहों पर आइटीएमएस की सुविधा सुचारू नहीं की गई है। आइटीएमएस का काम देख रहे इंजीनियरों का कहना है कि अभी तक कनेक्टिविटी सही नहीं हो पाई है, जिसकी वजह से लालबत्ती पर चालान कटान शुरू नहीं हो पाया है। आइटीएमएस के तहत सभी चौराहों पर आरएलवीडी (रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन कैमरे) और एएनपीआर (आटोमैटिक नंबर प्लेट रिकानाइजेशन) लगाने का काम पूरा करने के बाद यातायात संचालित कर दिया जाएगा। जल्द ही फेस रिकग्निशन टेक्नोलाजी रेगुलेशन और एसओएस (सेव अवर सोल) का पैनिक बटन भी लगाया जाएगा। ये दोनों तकनीक लगने के बाद सभी चौराहों को व्यवस्था सुचारू कर दी जाएगी। फिलहाल लालबत्ती से यातायात संचालित करने का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। एसपी यातायात जितेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि आइटीएमएस के तहत चौराहों का संचालन होने के बाद यातायात पुलिस को हटाया जाएगा। आइटीएमएस का काम कर रही कंपनी ने अभी तक चौराहों को पूरी तरह से तैयार नहीं किया है। उनका कहना है कि कनेक्टिविटी सही होने के बाद आइटीएमएस के तहत चौराहों का संचालन कर दिया जाएगा।