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मंडलायुक्‍त ने मेडिकल कालेज का किया निरीक्षण, कहा-डेथ ऑडिट पर करें फोकस Meerut News

मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में अब तक करीब आठ सौ मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। यहां पर मरीजों की मौत की दर लगातार 19 से 23 फीसद के बीच बनी हुई है।

By Prem BhattEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 11:21 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 11:21 AM (IST)
मंडलायुक्‍त ने मेडिकल कालेज का किया निरीक्षण, कहा-डेथ ऑडिट पर करें फोकस Meerut News
मंडलायुक्‍त ने मेडिकल कालेज का किया निरीक्षण, कहा-डेथ ऑडिट पर करें फोकस Meerut News

मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज में कोरोना से मौतों का आंकड़ा नियंत्रित करने के लिए मंडलायुक्त अनीता सी मेश्रम ने मंगलवार को मेडिकल कालेज पहुंचीं। उन्होंने चिकित्सा एवं कोविड प्रबंधन के तमाम पहलुओं की पड़ताल की। उन्होंने डेथ आडिट पर खास फोकस करने के लिए कहा। हर जटिल मरीज पर डाक्टरों का पैनल चर्चा करेगा।

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प्रदेश में किसी मेडिकल कालेज में मेरठ सबसे आगे

मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में अब तक करीब आठ सौ मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। यहां पर मरीजों की मौत की दर लगातार 19 से 23 फीसद के बीच बनी हुई है। यह प्रदेश के मेडिकल कालेजों में सबसे ज्यादा है। हालांकि जून की तुलना में जुलाई में मौतों में 70 फीसद की कमी दर्ज की गई, लेकिन अब भी आंकड़ा चिंतनीय है। मंडलायुक्त अनीता मेश्रम ने जिलाधिकारी अनिल ढींगरा, नोडल अधिकारी पवन कुमार, सीएमओ डा. राजकुमार, कोविड वार्ड प्रभारी डा. सुधीर राठी और अन्य के साथ तीन घंटे की मैराथन बैठक कर समीक्षा की।

उन्होंने कोविड-19 से मरने वाले मरीजों की डेथ आडिट यानी मौत के कारणों पर रिपोर्ट बनाने के लिए कहा। कोविड के कई मरीज हार्टअटैक और ब्रेन अटैक से जान गवां बैठे। कई में सेप्टीसीमिया मौत की वजह बनी। मरीजों को इलाज के प्रोटोकाल के तहत रक्त पतला करने की भी दवा दी जा रही है। सांस लेने में परेशानी बढ़ने पर मरीजों को वेंटीलेटर से पहले अब हाई फ्लो नेजल कैनुला लगाया जाएगा। शासन इसे जल्द ही उपलब्ध कराएगा। डाक्टरों ने बताया कि यह उपयोगी उपकरण है। इससे मरीजों की जान बचाने में मदद मिलेगी।

मंडलालायुक्‍त ने रेमडेसिवीर दवा पर की चर्चा

मंडालयुक्त ने डाक्टरों के साथ रेमडेसिवीर दवा को लेकर भी चर्चा की। डा. सुधीर राठी ने अब तक इलाज की पूरी रिपोर्ट पेश की। वेंटीलेटर पर रखे गए मरीजों को बचाया नहीं जा सका, जबकि अन्य स्तरों पर काफी सुधार हुआ है। सीएमओ डा. राजकुमार ने जिले में कोरोना संक्रमण और संक्रमित जोन की जानकारी दी। बता दें कि नोडल अधिकारी पवन कुमार और डीएम अनिल ढींगरा नियमित रूप से कोविड वार्ड के मरीजों से फीडबैक ले रहे हैं। मंगलवार को भी मरीजों से बातचीत की गई। इसका बेहतर प्रभाव नजर आया है। उधर, माइक्रोबायोलॉजी विभाग को जांच बढ़ाने के लिए कहा गया। ट्रू नैट और एंटीजन जांच का भी पूरा प्रयोग किया जाएगा। जिले में सभी कोविड वार्डो में भर्ती मरीजों के इलाज और नए कोविड केंदों पर भी बातचीत की गई।

कोविड वार्ड का किया औचक निरीक्षण

कमिश्नर अनीता सी. मेश्रम ने मंगलवार दोपहर एनआइसी भवन कलक्टेट में बने एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कमांड सेंटर को शासन की मंशा के अनुसार संचालित करें। बताया कि अब एक ही स्थान से सभी कोविड अस्पताल पर नजर रखी जाएगी। साथ ही कमांड सेंटर से जिले में स्थापित कोविड अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से वहां की गतिविधियों का लगातार निरीक्षण करें। उन्होंने यह भी कहा कि होम आइसोलेशन व मेडिकल टीम का फीडबैक भी लें। इसके बाद कमिश्नर ने सीएमओ कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम अनिल ढींगरा, सीएमओ डॉ.राजकुमार, एडीएम वित्त एवं राजस्व सुभाष चंद्र प्रजापति समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। 


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