शहर की अवैध कालोनियां नाले में बहा रहीं सीवेज
आबूनाला-दो में आधा दर्जन से अधिक कालोनियां अवैध रूप से सीवेज गिरा रही हैं। जानकारी के बावजूद इन पर कार्रवाई करने वाले निकाय प्रदूषण नियंत्रण विभाग नगर निगम व एमडीए मौन साधे हैं।
मेरठ, जेएनएन। आबूनाला-दो में आधा दर्जन से अधिक कालोनियां अवैध रूप से सीवेज गिरा रही हैं। जानकारी के बावजूद इन पर कार्रवाई करने वाले निकाय प्रदूषण नियंत्रण विभाग, नगर निगम व एमडीए मौन साधे हैं। इसी नाले में सीवेज गिराने वाली कालोनी डिफेंस कालोनी सोसाइटी को नोटिस दिया था। इसके बाद से वहां पर एसटीपी स्थापित किया जा रहा है। हालांकि आसपास की कालोनियों पर कार्रवाई करना एमडीए को याद ही नहीं रहा।
आबूनाला-दो में सीधे सीवेज डाला जा रहा है। नियमानुसार सीवेज यानी मल-मूत्र एसटीपी से शोधित होकर नाले में जाने चाहिए। कोई भी कालोनी ऐसा नहीं कर रही है। कुछ समय पहले आबूनाला-दो के किनारे स्थित डिफेंस कालोनी की सोसाइटी को नोटिस दिया गया था। कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। इसके बाद डिफेंस कालोनी ने एसटीपी लगाने का निर्णय लिया। फिलहाल वहां एसटीपी का निर्माण कार्य जारी है। इसी कालोनी के आसपास ईशापुरम, न्यू मीनाक्षीपुरम, पीआर एन्क्लेव समेत कई कालोनियां हैं। इन कालोनियों का भी सीवेज सीधे नाले में जाता है। सबकुछ जानते हुए भी संबंधित विभागीय अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। कालोनियां संभवत: अवैध हैं निकालेंगे कार्रवाई का तरीका
एमडीए सचिव प्रवीणा अग्रवाल का कहना है कि डिफेंस कालोनी आबूनाला-दो के आसपास कई कालोनियां संभवत: अवैध हैं। इन कालोनियों का बिल्डर है न ही रेजिडेंट एसोसिएशन। वर्षों पहले किसानों से जमीन खरीद कर लोगों ने प्लाटिग कर दी और मकान बन गए। डिफेंस कालोनी की बाकायदा सोसाइटी है पर अवैध कालोनियों का कोई वैधानिक देखरेख करने वाला नहीं है। फिर भी इन कालोनियों पर कार्रवाई करने के लिए कानूनी रास्ता तलाशा जाएगा।