मेरठ: कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों ने खर्च उठाने के लिए लूटे थे पेट्रोल पंप के मैनेजर से सात लाख
लूट का राजफाश तीन दिन पहले कंकरखेड़ा थाने क्षेत्र में दिल्ली हाईवे पर स्थित पेट्रोल पंप के मैनेजर से सात लाख की लूट का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। वारदात को मोदीनगर के छात्रों ने अंजाम दिया है ।
मेरठ, जागरण संवाददाता। तीन दिन पहले कंकरखेड़ा थाने क्षेत्र में दिल्ली हाईवे पर स्थित पेट्रोल पंप के मैनेजर से सात लाख की लूट का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। वारदात को मोदीनगर के छात्रों ने अंजाम दिया है। छात्रों ने खर्च उठाने के लिए भी सात लाख लुटे थे। पुलिस ने तीन छात्र को गिरफ्तार कर तीन लाख 36 हजार की रकम बरामद कर ली।
एसपी क्राइम अमित कुमार ने बताया कि मोदीनगर के रहने वाले यश उर्फ कुणाल का साथी पेट्रोल पंप पर पहले काम करता था। यश ने ही लूट की योजना बनाई थी। उसने अपने साथी हर्ष, प्रिंस, संदीप, हिमांशु और प्रिंस उर्फ दरोगा के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने हर्ष, प्रिंस और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से तीन लाख 36 हजार की रकम बरामद कर ली है। पकड़े गए तीनों आरोपी ग्रेजुएशन कर रहे। कॉलेज का खर्च उठाने के लिए सभी ने वारदात को अंजाम दिया है। किसी भी छात्र का पुराना कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं है। हालांकि कई बार पहले वाहनों की बैटरी चोरी की वारदात को भी अंजाम दे चुके है।
यह था मामला
मोदीनगर में कावेरी कॉलोनी निवासी डाक्टर योगेंद्र कुमार का कंकरखेड़ा हाईवे डाबका कट के पास इंडियन ऑयल का पेट्रोल पंप है। हर रोज की तरह पंप मैनेजर मोदीनगर में देवेंद्रपुरी निवासी संदीप भारद्वाज पुत्र ब्रज भूषण और दूसरा मैनेजर मोदीनगर निवासी सुनील सीटी 100 बाइक से सात लाख रुपए जमा करने कंकरखेड़ा के पंजाब नेशनल बैंक में जा रहे थे। संदीप भारद्वाज ने बताया कि पंप के बराबर वाले रास्ते वह से जा रहे थे। यूवी क्लब के पीछे वाले रास्ते पर वह पहुंचे, जहा पहले से खड़े एक बाइक सवार तीन बदमाशों ने उन्हें रोक लिया। दो बदमाशों ने तमंचा निकालकर दोनों मैनेजर पर तान दिया। विरोध करने पर गोली मारने की धमकी दी। इस बीच एक बदमाश ने डंडा निकाल कर संदीप को पीटना शुरू कर दिया। जिससे संदीप बाइक से दूर हट गए। इसी दौरान तीन अन्य बदमाश भी वहां पहुंच गए। दोनों मैनेजर को घेर लिया गया। उसके बाद बाइक से रुपयों से भरा थैला निकालकर बदमाश आसानी से फरार हो गए। दोनों मैनेजर वापस पंप पर पहुंचे और पंप स्वामी व कर्मचारियों को लूट के बारे में बताया।