सांस व हृदय रोगियों के लिए मुसीबत बन रही सर्दी और कोहरा, जानिए डाक्टरों की सलाह
कोहरे के कारण जहां वाहन चालकों को परेशानी का सामना पड़ रहा है वहीं सांस हार्ट शुगर बीपी अस्थमा रोगी एवं वृद्धों के लिए मुसीबत बना हुआ है। चिकित्सकों का कहना है कि यदि सर्दी से बचाव नहीं किया तो रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
बिजनौर, जेएनएन। कोरोना काल के दौरान सर्दी और कोहरे का कहर जारी है। कोहरे के कारण जहां वाहन चालकों को परेशानी का सामना पड़ रहा है, वहीं सांस, हार्ट, शुगर, बीपी, अस्थमा रोगी एवं वृद्धों के लिए मुसीबत बना हुआ है। चिकित्सकों का कहना है कि यदि सर्दी से बचाव नहीं किया तो उक्त रोगों से ग्रस्त रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
पिछले दस महीनों से लोग कोरोना संक्रमण का दंश झेल रहे हैं। अभी कोरोना संक्रमण से छुटकारा भी नहीं मिला है कि सर्दी और कोहरे ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। सुबह और देर शाम कोहरा इतना घना रहता है कि 50 मीटर दूर का देखने में भी परेशानी होती है। ऐसे में कोहरे के कारण वाहन चालकों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। कोहरे में वाहन चलाने से दुर्घटना का भय बना रहता है। कई बार गंभीर दुर्घटना भी हो जाती है। ऐसे में कोहरे के कारण सुबह और शाम वाहन रेंगते हुए दिखाई देते हैं। इतना ही नहीं गंभीर रोगियों के लिए अत्यधिक सर्दी खतरे की घंटी साबित हो रही है।
शुगर, बीपी, अस्थमा और हार्ट रोगी रखें ख्याल
अत्यधिक सर्दी और कोहरे के कारण धूल के बारीक कण वातावरण में ऊपर नहीं उठ पाता। इस कारण सांस के साथ धूल के कण शरीर में प्रवेश करते हैं। इस कारण शुगर, बीपी, अस्थमा, हार्ट एवं सीओपीडी रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा अत्यधिक सर्दी नजला, जुकाम एवं बुखार का कारण बनती है।
बच्चे एवं बुजुर्गों का रखें ख्याल
जिला अस्पताल में कार्यरत फिजिशियन डा. राधेश्याम वर्मा बताते हैं कि अत्यधिक सर्दी में छोटे बच्चों एवं बुजुर्गों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। बच्चों को बच्चों को घर से बाहर खेलने न जाने दें। उनके सिर पर कैप एवं मौजू जूते पहना कर रखें। बुजुर्गों को चाहिए कि वह सुबह व शाम को टहलने न निकलें। टहलने जाना हो तो पूरी तरह से सिर को ढक सके ऐसे गर्म कपड़े पहनें, हो सके तो घर पर ही व्यायाम करें।
घर में करें हीटर का इस्तेमाल
सर्दी से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग अंगीठी अथवा हीटर का प्रयोग करते हैं। अंगीठी अथवा हीटर का प्रयोग करने से कमरे में आक्सीजन की कमी होती है। साथ ही कार्बन मोनोआक्साइड गैस भी होती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए कमरे की खिड़की खोलकर रखें। खिड़की दरवाजे को बंद कर अंगीठी अथवा हीटर जलाने से मौत भी हो सकती है।