लोगों के लिए खुशखबरी..अब रोडवेज सीएनजी बसों से कराएगा सफर
शहर को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए परिवहन निगम ने सीएनजी बसों का बेड़ा उतारने का फैसला लिया था। जिसे अब जमीन पर अमलीजामा पहनाया जाएगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दस साल पुराने डीजल वाहनों पर रोक के बाद ही यह फैसला लिया गया था।
मेरठ । शहर को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए परिवहन निगम ने सीएनजी बसों का बेड़ा उतारने का फैसला लिया था। जिसे अब जमीन पर अमलीजामा पहनाया जाएगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दस साल पुराने डीजल वाहनों पर रोक के बाद ही यह फैसला लिया गया था। जिससे एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर रोक लगाई जा सके। परिवहन निगम की ओर से सीएनजी बसें चलाने के लिए टेंडर निकाले गए थे। नए साल में महत्वपूर्ण रूटों पर सीएनजी बसें दौड़ती नजर आएंगी।
भैंसाली डिपो में सीएनजी बसें पहुंच गई हैं। इन्हें रूटों पर चलाने की तैयारी की जा रही है। एक सप्ताह से इन बसों पर परिवहन निगम की ओर से पेंट आदि का कार्य किया जा रहा है। जिससे तय समय पर इनका संचालन शुरू किया जा सके।
भगवा रंग में रंगी बसें
सीएनजी बसों को भगवा रंग को हरे रंग में रंगा जा रहा है। उस पर डिपो का नाम भी लिखा जा रहा है। अभी मेरठ डिपो में छह सीएनजी बसों को लाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अभी ओर सीएनजी बसों के आने की संभावना है। इसके बाद ही रूटों का निर्धारण होने के बाद डिपो को सीएनजी बसें भेज दी जाएंगी।
सीएनजी पंप लगाने पर विचार
सीएनजी बसें आने के बाद इनके ईधन की जरुरतों को पूरा करने के लिए सीएनजी पंप लगाने पर भी विचार किया जा रहा है। जिससे डिपो में ही सीएनजी उपलब्ध हो सके। शहर में सीएनजी पंप की बात करें तो गढ़ रोड, दिल्ली रोड, बागपत रोड पर गेल गैस कंपनी के सीएनजी पंप संचालित हैं।
इन रूटों पर चलाने का विचार
गाजियाबाद, नोएडा, बिजनौर, बागपत, आगरा आदि रूट पर सीएनजी बसें चलाई जा सकती हैं।
इन्होंने कहा -
सीएनजी बसों को चलाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। अभी रूटों को तय किया जाना है। एनसीआर क्षेत्र में ही इनका संचालन करना प्राथमिकता में है।
नीरज सक्सेना, क्षेत्रीय प्रबंधक, मेरठ रीजन