सफाई व्यवस्था चौपट, लगे कचरे के ढेर
नगर निगम भले ही रोजाना कूड़ा उठान का दावे करे लेकिन हकीकत कुछ और है। शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हैं। सबसे खराब स्थिति दिल्ली रोड वाहन डिपो और कंकरखेड़ा डिपो अंतर्गत है। गंदगी से आजिज आ चुके लोग बार-बार सफाई की गुहार लगा रहे हैं। डीएम कार्यालय तक भी शिकायत पहुंच चुकी हैं। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।
मेरठ, जेएनएन। नगर निगम भले ही रोजाना कूड़ा उठान का दावे करे, लेकिन हकीकत कुछ और है। शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हैं। सबसे खराब स्थिति दिल्ली रोड वाहन डिपो और कंकरखेड़ा डिपो अंतर्गत है। गंदगी से आजिज आ चुके लोग बार-बार सफाई की गुहार लगा रहे हैं। डीएम कार्यालय तक भी शिकायत पहुंच चुकी हैं। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।
माधवपुरम सेक्टर दो मंगल पांडे डिग्री कॉलेज मार्ग स्थित भवनों के सामने गोबर व गंदगी का ढेर लगा है। बिजलीघर के पास कूड़ा पड़ा है। यहां के निवासी डॉ. चितामणि जोशी ने पहले नगर निगम में शिकायत की, समाधान नहीं हुआ तो उन्होंने डीएम कार्यालय में भी शिकायती पत्र सौंपा, लेकिन हालात जस के तस हैं।
आइआइए भवन के सामने कचरा कई दिनों से डंप है। डस्टबिन भरे पड़े हैं। ट्रांसपोर्ट नगर में कचरे का ढेर लगा है। मलियाना जसवंत मिल के सामने कई ट्रॉली कचरा डंप है। ये सभी क्षेत्र दिल्ली रोड वाहन डिपो में आते हैं। वहीं, कंकरखेड़ा डिपो अंतर्गत मार्शल पिच के पास कचरे का अंबार लगा है। आसपास के लोग कोरोना संक्रमण को लेकर भयभीत हैं।
मोहल्लों में नहीं पहुंच रहे डोर-टू-डोर वाहन
श्रद्धापुरी फेस दो, शास्त्रीनगर एल ब्लॉक, जागृति विहार सेक्टर सात, अजंता कालोनी, माधवपुरम सेक्टर दो व तीन के लोगों की शिकायत है कि उनके यहां डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की गाड़ी नहीं पहुंच रही है, जिससे घरों में कचरा डंप हो गया है। नगर निगम का है ये दावा
दो चरणों में कचरा उठाया जा रहा है। सुबह सात बजे दोपहर एक बजे सामान्य घरों का कचरा डोर-टू-डोर एकत्र होता है। इसी अवधि में कचरा स्थलों का कचरा भी उठाया जाता है। यह कचरा लोहिया नगर डंपिग ग्राउंड जाता है। दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक हॉटस्पॉट एरिया के सामान्य घरों का कचरा अलग वाहनों से एकत्र कर लोहिया नगर डंपिग ग्राउंड के गड्ढे में ले जाकर निस्तारित किया जाता है। संक्रमित मरीजों व क्वारंटाइन घरों का कचरा अलग वाहन से एकत्र कर सुभारती मेडिकल कॉलेज स्थित इंसीनरेटर प्लांट भेजा जाता है। बाजार बंद होने से लगभग 300 मीट्रिक टन कचरा प्रतिदिन कम निकल रहा है।
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माधवपुरम और ट्रांसपोर्ट नगर समेत जो भी इलाके बताए गए हैं, यहां सफाई कराई जाएगी। सभी डिपो प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र का नियमित भ्रमण कर सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करें। इस समय कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
डॉ. गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी