मेरठ सिटी स्टेशन पर बज रहा गंदगी का 'हॉर्न', सफाई हुई 'डिरेल'
रेलवे ने देश के गंदे स्टेशनों की सूची जारी की, चार उप्र के भी। मेरठ स्टेशन भले ही सूची से बाहर, लेकिन हालात यहां बदतर।
जागरण संवाददाता, मेरठ : चार सालों में रेलवे स्टेशनों को चमकाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से काफी प्रयास किए गए, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात जैसा ही है। गुरुवार को जारी हुई देश के सबसे गंदे शहरों की सूची में प्रदेश के चार स्टेशन भी शामिल है। इसमें राहत की बात यह है कि मेरठ का नाम शामिल नहीं है। सबसे गंदे स्टेशनों की सूची में कानपुर सेंट्रल का नाम सबसे ऊपर रखा। हालांकि फिलवक्त मेरठ के सिटी और कैंट स्टेशन की जैसी हालत है उसको देखते हुए अगर आने वाली सूची में मेरठ का नाम भी जुड़ जाए तो चौंकाने वाली बात नहीं होगी। भले ही पिछले साल रेलवे की निजी एजेंसी क्वालिटी ऑफ काउंसिल ने मेरठ के सिटी स्टेशन को देश में 132वां स्थान और दिल्ली डिविजन के स्टेशन में सफाई पर टॉप पर पहुंचा दिया हो। शुक्रवार को दैनिक जागरण ने सिटी स्टेशन पर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया तो हालात बद से बदतर दिखाई दिए।
स्टेशन के गेट पर कूड़े का ढेर
शहर या बाहर से आने वाला कोई भी यात्री अगर सिटी स्टेशन पर आएगा तो गंदगी देख सोचने के लिए मजबूर हो जाएगा। हर महीने स्वच्छता पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन स्टेशन के मुख्य गेट के पास ही कूड़े के ढेर लगे हुए थे। गटर भी खुला हुआ था। वहां से गुजरने वाले सभी लोग स्वच्छता अभियान पर सवाल उठा रहे थे। सुविधाओं पर गौर करें तो दिव्यांग शौचालय पर ताला लटका हुआ था।
प्लेटफॉर्म पर पानी और डस्ट
प्लेटफॉर्म नंबर एक पर कर्मचारियों के लिए लगाए गए कूलर से पानी निकल रहा था। इसके अलावा प्लेटफॉर्म पर डस्ट बिखरा हुआ है, लेकिन इसे देखने के लिए कोई नहीं है। वहीं प्लेटफॉर्म पर मक्खियों के चलते यात्रियों का बैठना मुश्किल हो रहा है। इस बार भी गुपचुप हुआ सर्वे
पिछले सप्ताह निजी एजेंसी क्वालिटी ऑफ काउंसिल ने सिटी स्टेशन पर पहुंचकर यात्रियों से स्टेशन के बारे में पूछा था। गुपचुप तरीके से किए गए सर्वे में पार्किंग, मुख्य प्रवेश, प्लेटफॉर्म, ओवर ब्रिज आदि की स्वच्छता के बारे में जानकारी ली थी। इसकी रिपोर्ट एक से दो माह में आएगी। सिटी स्टेशन पर 70 सफाई कर्मचारी तैनात
साफ-सफाई के लिए तीन कंपनियों के 70 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। यह सफाई कर्मचारी एपकॉन, अशोका होटल और टेलीकॉन कंपनियों द्वारा लगाए गए हैं। इन तीनों कंपनियों को रेलवे ने सफाई का ठेका दिया हुआ है। वहीं इन कंपनियों की मॉनिट¨रग के लिए स्टेशन पर रेलवे की ओर से स्वास्थ्य निरीक्षक की तैनाती की गई है। सिटी स्टेशन अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि हमारी तरफ से साफ-सफाई रखने का पूरा प्रयास रहता है लेकिन अगर गंदगी है तो इसके लिए निर्देश जारी कर खास ध्यान दिया जाएगा। देश के टॉप टेन गंदे स्टेशन
1. कानपुर सेंट्रल
2. पटना
3. कल्याण (महाराष्ट्र)
4. वाराणसी
5. लोक मान्य तिलक टर्मिनल (महाराष्ट्र)
6. इलाहाबाद
7. पुरानी दिल्ली
8. ठाणे
9. लखनऊ
10. चंडीगढ़