यहां दृष्टिबाधित बच्चों मिलेगी आधुनिक शिक्षा व ट्रेनिंग
दिव्यांगता किसी बच्चे के विकास के रास्ते में बाधक न बने इसलिए समाज का हर वर्ग मदद का हाथ बढ़ाने को सदा तैयार रहता है।
मेरठ । दिव्यांगता किसी बच्चे के विकास के रास्ते में बाधक न बने इसलिए समाज का हर वर्ग मदद का हाथ बढ़ाने को सदा तैयार रहता है। ऐसे बच्चों ने भी दिव्यांगता की चादर ओढ़कर बैठने की बजाय अपने हुनर को विकसित करने की ठान रखी है। ऐसे ही बच्चों के शिक्षण और प्रशिक्षण के लिए स्वामी सत्यानंद ट्रस्ट फॉर हैंडीकैप्ड और ब्रजमोहन स्कूल फॉर ब्लाइंड की ओर से स्कूल बनाया जा रहा है। स्कूल के लिए पांच मंजिला भवन का भूमि पूजन बुधवार को बुद्धा एनक्लेव लोहिया नगर में किया गया। भूमि पूजन में संस्था के ट्रस्टीगण और उनके परिजन उपस्थित रहे। भूमि पूजन दक्षिण भारतीय ब्राह्मण विद्वानों ने कराया।
वर्तमान में इस जागृति विहार में इस स्कूल से 30 दृष्टिबाधित बच्चे जुड़े हैं और अध्ययन कर रहे हैं। पिछले दो सालों में स्कूल के बच्चों को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया और महाराष्ट्र व हरियाणा सरकार ने भी सम्मानित किया है। इस स्कूल में बच्चों को कक्षा 12वीं तक की शिक्षा और वोकेशनल कोर्स की शिक्षा व ट्रेनिंग की व्यवस्था भी होगी। कार्यक्रम में दृष्टिबाधित बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति में गीत भी गाए। स्कूल भवन के निर्माण में पावर फाइनेंस कारपोरेशन, संस्था के ट्रस्टीगण, समाज के दानवीरों का महत्वपूर्ण योगदान है। इस स्कूल की परिकल्पना ट्रस्ट के संस्थापक रमेश चंद जिंदल व एडवोकेट जेडी सिंघल ने की जिसे अब आगे बढ़ाया जा रहा है। ट्रस्ट के प्रेसीडेंट डीएस वर्मा और सचिव डा. आलोक अग्रवाल ने सभी प्रबुद्धजनों व ग्राम काजीपुर, जाहिदपुर, घोसीपुर, जुर्रानपुर, गूनी, फफूंडा से आए लोगों का स्वागत व आभार प्रकट किया।