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स्कूल बंद पर बाल विज्ञानियों के प्रयोग जारी, जाने क्‍या कर रहे प्रयोग Meerut News

बच्चे शिक्षकों के मार्गदर्शन में नए-नए प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं। विज्ञान शिक्षकों ने भी लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन क्लास लेने के साथ ही मॉडल बनाकर बच्चों को प्रेरित किया।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 12:28 AM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 12:28 AM (IST)
स्कूल बंद पर बाल विज्ञानियों के प्रयोग जारी, जाने क्‍या कर रहे प्रयोग Meerut News
स्कूल बंद पर बाल विज्ञानियों के प्रयोग जारी, जाने क्‍या कर रहे प्रयोग Meerut News

मेरठ, जेएनएन। विज्ञान में रुचि रखने वाले छात्रों को भले ही इन दिनों घर से बाहर वैज्ञानिक गतिविधियों में हिस्सा लेने का अवसर न मिले लेकिन बाल विज्ञानी घर और आस-पास व्याप्त संसाधनों से ही अपने प्रयोगों से जुड़े हुए हैं। बच्चे शिक्षकों के मार्गदर्शन में नए-नए प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं। विज्ञान शिक्षकों ने भी लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन क्लास लेने के साथ ही मॉडल बनाकर बच्चों को प्रेरित किया। ऐसी धारणा बनने लगी थी कि इस साल नेशनल चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस यानी एनसीएससी यानी राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस नहीं होगी, जबकि ऐसा नहीं है। एनसीएससी ने बान विज्ञानियों को देर से ही सही लेकिन इसके आयोजन का आश्वासन दिया है।

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गुरु-शिष्य ने बनाए प्रोजेक्ट

जिला विज्ञान क्लब से जुड़े शिक्षकों ने ऑनलाइन क्लास का वीडियो राकिॉर्ड करने के लिए मोबाइल स्टैंड तैयार किया। वहीं शिक्षिका साक्षी ने बच्चों को विज्ञज्ञन की बारीकियां समझाने के लिए तरह-तरह के मॉडल तैयार किए। बाल विज्ञानी वैष्णवी ने फोल्डस्कोप नामक माइक्रोस्पोप तैयार किया। इसे वैष्णवी ने पेपर और लेंस लगाकर तैयार किया है। इसी तरह दूसरी छात्रा निशा ने गणित के विभिन्न पहलुओं को समझाने के लिए मॉडल बनाया है। शिक्षिका शशि ने विज्ञान के ङ्क्षबदुओं को समझाने के लिए विशेष मॉडल तैयार किया और ऑनलाइन क्लास में इस्तेमाल भी किया।

होगा नेशनल चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस

राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के प्रमुख एवं सलाहकार डा. मनोज कुमार पटैरिया ने सभी विज्ञानियों का मनोबल बढ़ाते हुए बताया है कि इस साल ऑनलाइन या न्यूनतम शारीरिक उपस्थिति के साथ चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस आयोजित करने पर विचार किया जा रहा है। देर हो सकती है पर आयोजन होगा, इसलिए बाल विज्ञानी वर्ष 2020 और 2021 के लिए निर्धारित टॉपिक, साइंस फॉर सस्टेनेबल लिङ्क्षवग, पर मॉडल बनाने व प्रयोगों को जारी रखने को कहा है।

इनका कहना है...

वैज्ञानिक गतिविधियों में रुचि बढऩे के बाद कोई शिक्षक या छात्र खाली नहीं बैठता। लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद थे लेकिन शिक्षक व बच्चे मॉडल्स बनाकर उपयोग में लाते रहे हैं। अब चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस होने की सूचना पाकर सभी का उत्साह और भी बढ़ गया है। -दीपक शर्मा, स्टेट एकेडमिक कोआर्डिनेटर, राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 


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