Bike Bote Scam : दो दारोगाओं समेत तीन लोगों से 31 रुपये लाख की ठगी
बाइक बोट स्कीम के नाम पर ठगी की फेहरिस्त में दो दारोगा समेत तीन नाम और जुड़ गए। तीनों ने स्कीम के नाम पर करीब 31 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 04 Jun 2019 11:21 AM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2019 11:21 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। बाइक बोट स्कीम में ठगी के शिकार हुए लोग धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। हजारों पीड़ितों की फेहरिस्त में सोमवार को दो दारोगा समेत तीन नाम और जुड़ गए। तीनों ने स्कीम के नाम पर करीब 31 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया है। मवाना निवासी एक पीड़ित ने वहीं के एक युवक पर निवेश के नाम पर ठगी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई।
न मिला किराया और न ही लौटाई रकम
दौराला थाना क्षेत्र के मटौर गांव निवासी रोहित चौहान पुत्र करतार सिंह ने बताया कि उसने व उसके परिचितों ने ढिकौली गांव, मवाना निवासी विनोद कुमार के जरिए बाइक बोट स्कीम में 25 लाख 17 हजार 800 रुपये निवेश किए थे। जनवरी 2019 से कंपनी ने न तो बाइकों का किराया दिया और न ही पैसे लौटाए।
रकम मांगने पर की गई गाली गलौज
काफी प्रयास के बाद भी जब उनकी रकम के संबध में कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें शक हुआ। कंपनी द्वारा ठगी का पता चलने पर उन्होंने विनोद से संपर्क किया तो उसने कंपनी के नाम पर जारी फॉच्यरूनर कार को लिखापढ़ी में उसके पास रख दिया। तय हुआ कि विनोद 30 मई तक रकम लौटाकर कार वापस कर देगा। आरोप है कि तिथि बीतने के बाद उसने संपर्क किया तो विनोद ने गाली-गलौज करते हुए रकम लौटाने से इन्कार कर दिया। साथ ही रसूख की धमकी देते हुए कार भी जल्द वापस लेने की बात कही।
दमकल विभाग के दो दारोगाओं से भी ठगी
पीड़ित के साथ पहुंचे दमकल विभाग के दारोगा अनिल ने बताया कि बाइक बोट स्कीम के नाम पर उनसे भी करीब साढ़े तीन लाख रुपये की ठगी हुई है। उनके साथी दारोगा ने भी रिश्तेदार से कंपनी में निवेश कराया था, लेकिन न रकम मिली न किराया। एसएसपी कार्यालय में शिकायत सुन रहे सीओ कोतवाली दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि मवाना पुलिस को इस संबंध में जांच कर कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की गहन जांच कर कार्रवाई करेगी।
क्या है बाइक बोट स्कीम
गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (जीआइपीएल) कंपनी ने बाइक बोट स्कीम चलाई थी। इसके तहत एक बाइक लगवाने के नाम पर 62,100 रुपये लेकर 12 महीनों तक हर माह 9765 रुपये खाते में डालने के सब्जबाग दिखाए गए थे। शुरू में पैसे खाते में आने से विश्वास बढ़ा और स्कीम से जुड़कर मेरठ व अन्य जिलों के लोगों ने करोड़ों रुपये का निवेश कर दिया। लेकिन छह माह पहले पैसे खाते में आना बंद होने से निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है।
न मिला किराया और न ही लौटाई रकम
दौराला थाना क्षेत्र के मटौर गांव निवासी रोहित चौहान पुत्र करतार सिंह ने बताया कि उसने व उसके परिचितों ने ढिकौली गांव, मवाना निवासी विनोद कुमार के जरिए बाइक बोट स्कीम में 25 लाख 17 हजार 800 रुपये निवेश किए थे। जनवरी 2019 से कंपनी ने न तो बाइकों का किराया दिया और न ही पैसे लौटाए।
रकम मांगने पर की गई गाली गलौज
काफी प्रयास के बाद भी जब उनकी रकम के संबध में कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें शक हुआ। कंपनी द्वारा ठगी का पता चलने पर उन्होंने विनोद से संपर्क किया तो उसने कंपनी के नाम पर जारी फॉच्यरूनर कार को लिखापढ़ी में उसके पास रख दिया। तय हुआ कि विनोद 30 मई तक रकम लौटाकर कार वापस कर देगा। आरोप है कि तिथि बीतने के बाद उसने संपर्क किया तो विनोद ने गाली-गलौज करते हुए रकम लौटाने से इन्कार कर दिया। साथ ही रसूख की धमकी देते हुए कार भी जल्द वापस लेने की बात कही।
दमकल विभाग के दो दारोगाओं से भी ठगी
पीड़ित के साथ पहुंचे दमकल विभाग के दारोगा अनिल ने बताया कि बाइक बोट स्कीम के नाम पर उनसे भी करीब साढ़े तीन लाख रुपये की ठगी हुई है। उनके साथी दारोगा ने भी रिश्तेदार से कंपनी में निवेश कराया था, लेकिन न रकम मिली न किराया। एसएसपी कार्यालय में शिकायत सुन रहे सीओ कोतवाली दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि मवाना पुलिस को इस संबंध में जांच कर कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की गहन जांच कर कार्रवाई करेगी।
क्या है बाइक बोट स्कीम
गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (जीआइपीएल) कंपनी ने बाइक बोट स्कीम चलाई थी। इसके तहत एक बाइक लगवाने के नाम पर 62,100 रुपये लेकर 12 महीनों तक हर माह 9765 रुपये खाते में डालने के सब्जबाग दिखाए गए थे। शुरू में पैसे खाते में आने से विश्वास बढ़ा और स्कीम से जुड़कर मेरठ व अन्य जिलों के लोगों ने करोड़ों रुपये का निवेश कर दिया। लेकिन छह माह पहले पैसे खाते में आना बंद होने से निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें