चौधरी अजित सिंह ने भी राज्यसभा से की थी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत.... और अब जयंत सिंह
Chaudhary Jayant Singh समाजवादी पार्टी के टिकट पर राज्यसभा पहुंचेंगे चौधरी जयंत सिंह रालोद कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह। पूर्व सांसद जयंत सिंह को समाजवादी पार्टी और रालोद से संयुक्त उम्मीदवार बनाया गया है। जयंत केंद्र में किसानों और पश्चिम उप्र के जुड़े मुद्दे उठाएंगे।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Chaudhary Jayant Singh रालोद सुप्रीमो चौधरी जयंत सिंह को राज्यसभा टिकट दिए जाने के साथ ही अटकलों पर विराम लग गया है। बुधवार की देर रात तक जयंत का नाम फाइनल न होने से गठबंधन में दरार पड़ने चर्चाएं शुरु हो गई थी। आखिरकार सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने गठबंधन के सबसे सशक्त साथी जयंत को टिकट देने की घोषणा कर मामले का पटाक्षेप कर दिया। जयंत को टिकट मिलने की घोषणा होते ही रालोद कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हो गया है। पूर्व सांसद जयंत सिंह को समाजवादी पार्टी और रालोद से संयुक्त उम्मीदवार बनाया गया है। समाजवादी पार्टी की ओर घोषणा होने के बाद जयंत सिंह ने इंटरनेट मीडिया पर कहा विश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे, नौजवान, कमेरा और किसान के सम्मान में।
क्यों डिंपल की जगह जयंत
बुधवार को समाजवादी पार्टी की ओर से राज्यसभा के लिए जिन नामों की घोषणा हुई थी उसमें जयंत का नाम न होने से रालोद कार्यकर्ताओं को मायूसी हुई थी। चूंकि विधानसभा चुनावों में सिवालखास समेत कई महत्वपूर्ण सीटों पर टिकट न मिलने से पार्टी उम्मीदवारों इसलिए कड़वा घूंट पी लिया था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत सिंह ने गठबंधन की कुछ मर्यादाओं का सम्मान करने की बात कहते हुए कार्यकर्ताओं को समझाया था। पर बुधवार को राज्यसभा के लिए जारी सूची में जब जयंत का नाम नदारद दिखा तो कार्यकर्ताओं का सब्र जवाब देता नजर आया।
गठबंधन पर उठने लगे थे सवाल
रालोद जिला अध्यक्ष मतलूब गौड़ ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत का नाम न होने से कई कार्यकर्ता मुखर हो गए और गठबंधन पर सवाल उठाने लगे। अब जब जयंत जी के नाम की घोषणा हो गई है कार्यकर्ता उत्साहित है। जयंत को टिकट देकर गठबंधन ने अपनी रणनीति का भी कुछ हद तक खुलासा कर दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधान सभा में मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। वहीं जयंत केंद्र में किसानों और पश्चिम उप्र के जुड़े मुद्दे उठाएंगे। इसी लिए डिंपल की जगह उन्हें राज्यसभा में भेजने का निर्णय लिया गया है।
चौधरी अजित सिंह ने राज्यसभा सदस्य से की थी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत
पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह ने 1986 में विदेश में कंप्यूटर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर अपना राजनीतिक कैरियर आरंभ किया था। उस समय वह बतौर राज्यसभा सदस्य चुन कर संसद पहुंचे थे। मथुरा से पूर्व सांसद रहे उनके पुत्र जयंत सिंह अब संसद में अपनी नई पारी की शुरुआत करेंगे।
जयंत सिंह का राजनीतिक कैरियर एक नजर
- 2009 में मथुरा से सांसद चुने गए
- 2012 में माठ से विधायक बने, पर दो माह बाद त्यागपत्र दे दिया
- 2014 का लोकसभा चुनाव मथुरा और 2019 का लोकसभा चुनाव बागपत से हार गए।
- छह मई 2021 को चौधरी अजित सिंह के निधन से राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इसके पूर्व वह संगठन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर थे।
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