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मेरठ : गठबंधन की रैली में रही अव्यवस्था, बेरिकेडिंग तोड़ डी-घेरे में घुसे और मंच पर चढ़ गए नेता

मंगलवार को मेरठ में हुई गठबंधन की रैली में अव्यवस्था रही। नेताओं में खूब कहासुनी व नोंकझोंक हुई। सपा नेताओं में सिवालखास के पूर्व विधायक व जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह में कहासुनी हुई। कुछ लोगों को मंच के पास की गैलरी से भागना पड़ा।

By Parveen VashishtaEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 12:00 AM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 12:44 AM (IST)
मेरठ : गठबंधन की रैली में रही अव्यवस्था, बेरिकेडिंग तोड़ डी-घेरे में घुसे और मंच पर चढ़ गए नेता
मेरठ में गठबंधन की रैली में रही अव्यवस्था

मेरठ, जागरण संवाददाता। रैली में अव्यवस्था फैली रही। अपना प्रभाव दिखाने के लिए नेता अपने समर्थकों के साथ गैलरी में बैठने के बजाय सीधे मंच की ओर बढ़ गए। सुरक्षा गैलरी यानी डी घेरे में समर्थक घुस गए। बेरिकेडिंग तोड़ दी। कुछ लोगों को मंच के पास की गैलरी से भागना पड़ा। कुछ नेता, जिनका नाम मंच वाली सूची में नहीं था वे भी ऊपर चढ़ गए। जब तब अखिलेश व जयंत मंच पर पहुंचे, तब तक काफी संख्या में मंच पर नेताओं का जमावड़ा हो चुका था। इस पूरी अव्यवस्था में पुलिस मूकदर्शक बनी रही। हेलीपैड पर भी लोगों ने बेरिकेडिंग तोड़ दी। इस पर पुलिस को लाठी उठानी पड़ी। एक युवक की पिटाई भी हुई।

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नेताओं में हुई कहासुनी-नोकझोंक

मंच पर नेताओं में प्रभाव को लेकर खूब कहासुनी व नोंकझोंक हुई। सपा नेताओं में सिवालखास के पूर्व विधायक व जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह में कहासुनी हुई। उधर, शहर विधायक रफीक अंसारी व महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी में नोकझोंक हुई। आदिल चौधरी इसलिए खफा हुए क्योंकि रफीक अंसारी ने बदर अली को मंच पर बुला लिया था। बदर व आदिल में दक्षिण सीट को लेकर दावेदारी की जंग चल रही है। रालोद के प्रवक्ता सुनील रोहटा व मुकेश जैन में भी कहासुनी हुई।

बोलते रहे अखिलेश, वापस जाने लगी भीड़

रैली में चौ. जयंत सिंह के संबोधन के बाद जैसे ही अखिलेश यादव ने बोलना शुरू किया, भीड़ का काफी हिस्सा वापस लौटने लगा। वह बोलते रहे, इधर लोग बैनर और होर्डिंग उखाड़कर अपने साथ लेकर जाते रहे।

मुलायम सिंह यादव को 'भूले' नेता

मेरठ, जागरण संवाददाता। सपा-रालोद के गठबंधन की पहली रैली में राजनीति के हर पहलू पर बात हुई। तमाम नेताओं की बात हुई, लेकिन सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का नाम न तो अखिलेश यादव ने लिया, न ही चौ. जयंत सिंह ने। मंच से लेकर बैनर पोस्टर तक से वह गायब रहे। जबकि इन नेताओं ने चौधरी चरण सिंह को याद किया, डा. आंबेडकर को भी नमन किया। डा. राम मनोहर लोहिया की बात हुई तो बाबा महेंद्र सिंह टिकैत का भी बखान किया। चौधरी अजित सिंह अमर रहें के नारे भी लगे, मगर मुलायम सिंह यादव को किसी कार्यकर्ता तक ने याद नहीं किया।

मायावती के भांजे ने रालोद में किया अपने दल का विलय

भारतीय बहुजन परिवर्तन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रबुद्ध कुमार ने अपने दल का रालोद मेंं विलय कर लिया। अखिलेश और जयंत सिंह की उपस्थिति में उन्होंने इसकी घोषणा की।

जयंत ने अखिलेश को भेंट किया मुजफ्फरनगर का गुड़

रालोद सुप्रीमो चौ. जयंत सिंह ने मुजफ्फरनगर के नुनाखेड़ा गांव से लाया गया विशेष गुड़ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश को भेंट किया। क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर ने बताया कि यह गुड़ जयंत जी ने विशेष रूप से मंगवाया था। जिला अध्यक्ष मतलूब गौड़ ने बताया कि ग्रामीणों और पदाधिकारियों ने 31 लाख रुपये रालोद सुप्रीमो जयंत सिंह को भेंट किए।


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