मेरठ में ई-पॉश मशीन से काटे जा रहे वाहनों के चालान, मौके पर ही भुगतान, दफ्तर के चक्कर का झंझट नहीं
challans By e posh machine मेरठ में ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को अब मौके पर चालान काटा जा रहा है। इससे भुगतान की राशि मौके पर जमा हो रही है। ऐसे में वाहन चालकों ट्रैफिक पुलिस के दफ्तर का चक्कर नहीं काटना पड़ रहा।
मेरठ, जागरण संवाददाता। challans In Meerut यदि आप वाहन चला रहे हैं और नियमों का पालन ना करने पर चालान हो जाता है। तो मौके पर ही भुगतान कर सकते हैं। ट्रैफिक पुलिसकर्मी अब ई-पोश मशीन से चालान कर रहे हैं, जिसमें डेबिट कार्ड की मदद से राशि जमा हो सकती है। रोजाना करीब ढाई सौ चालन इससे काटे जा रहे हैं और मौके पर ही जमा हो रहे हैं।
दफ्तर काटने का चक्कर ही खत्म
एसपी यातायात जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में 75 ई-पोश मशीनें हैं, जो ट्रैफिक इंस्पेक्टर, दारोगा और हेड कांस्टेबल को मिली हुई हैं। अब अधिकतर चालान ई-पोश मशीन से ही काटे जा रहे हैं। इससे वाहन चालकों को भी कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ते। मौके पर ही भुगतान हो जाता है।
कभी-कभी अटक रही
मशीन में वैसे तो सब सही है, लेकिन बीच में अटक जाए तो चालान की प्रक्रिया दोबारा से शुरू करनी पड़ती है। इससे समय ज्यादा लगता है। हालांकि इसकी जानकारी अफसरों को दे दी गई है। बताया गया कि इसमें सुधार की बात चल रही है।
पहले दिया गया था प्रशिक्षण
मशीन मिलने के बाद सभी कर्मचारियों को पहले प्रशिक्षण दिया गया था। इसके बाद कुछ दिनों के लिए ट्रायल भी हुआ था। अब सभी कर्मचारी पूरी तरह से प्रशिक्षित हो चुके हैं, जिसके बाद धड़ाधड़ ई-पोश मशीन से नियमों का पालन नहीं करने वालों का चालान काटा जा जा रहा है।
ट्रैफिक पुलिस के दफ्तर
बता दें कि मेरठ में यातायात के नियमों का उल्लंघन पर चालान काटे जाते हैं और ये चालान वाहन चालकों के मोबाइल पर पहुंचते हैं और फिर चालकों को इन चालान का भुगतान करने के लिए ट्रैफिक पुलिस के दफ्तर आना पड़ता है।
जागरूक भी किया जाता है
एसपी यातायात ने बताया कि ई-पोश मशीन या फिर सामान्य चालान के दौरान वाहन चालकों को नियमों का पालन करने की भी जानकारी दी जाती है। उनसे भविष्य में हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने और ट्रैफिक सिग्नल का पालन करने की लगातार अपील की जा रही है। इसके चलते ही लोगों में धीरे-धीरे जागरुकता भी आ रही है।