आर्मी स्कूल में बच्चे को थप्पड़ मारने पर शिक्षक और प्रिंसिपल पर मुकदमा; चली गई मासूम की आंखों की रोशनी
योग शिक्षक ने एक छात्र को 17 नवंबर 2023 को थप्पड़ मारा था। इस बच्चे की आंखों की रोशनी चली गई। इस केस में प्रिंसिपल ने उचित कार्रवाई नहीं की थी। अब केस दर्ज होने के बाद सभी शिक्षकों को बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार करने की सलाह दी है। कक्षा आठ के छात्र के संग व्यवहार से अन्य अभिभावक भी आहत हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। आर्मी पब्लिक स्कूल में 17 नवंबर 2023 को योग शिक्षक दक्ष ने क्रूर तरीके से छात्र सिद्धार्थ को थप्पड़ जड़ दिया, जिससे बच्चे के रेटिना को नुकसान पहुंचा और उसकी आंखों की रोशनी चली गई। सिद्धार्थ की मां इंदू देवी ने विद्यालय की प्रधानाचार्या रीता गुप्ता को 28 जनवरी 2024 को पूरे मामले से अवगत कराया। उसके बाद भी आरोपित शिक्षक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़िता की तहरीर पर शिक्षक दक्ष, प्रधानाचार्य रीता गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। दूसरी ओर, इस मामले में प्रधानाचार्या रीता गुप्ता का कहना है कि घटना संज्ञान में आने के बाद जांच के बाद आरोपी शिक्षक दक्ष को नौकरी से निकाल दिया गया है। सभी शिक्षकों के लिए हिदायत भी जारी की गई है कि वह किसी भी छात्र को न डांटे और उन्हें अपमानजनक शब्द न कहे।
कक्षा आठ में पढ़ता है छात्र
किंग पार्क कॉलोनी निवासी महिला ने बताया कि पति सेना में रह चुके हैं, जो हाल में दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड हुए हैं। बेटा आर्मी स्कूटल में कक्षा आठ का छात्र है। रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमेच्योरिटी (आरओपी) से पीड़ित है, इसलिए उसकी देखने की क्षमता बहुत कम है। एक जुड़वा बेटी है, जिसे आंखों से दिखाई नहीं देता है। वह दृष्टिबाधित स्कूल में जाती है।
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पीड़िता की शिकायत पर नहीं लिया एक्शन
महिला ने बताया कि 17 नवंबर 2023 को बेटे को योग शिक्षक दक्ष ने थप्पड़ जड़ दिया। उससे बच्चे की दाहिनी आंख के रेटिना को काफी नुकसान पहुंचा है। बच्चे की दो लेजर सर्जरी और तीन रेटिनल सर्जरी हो चुकी हैं। बच्चे का रेटिना अलग होने की वजह से वह देख नहीं पा रहा है। इसके लिए पीड़िता की तरफ से प्रिंसिपल और दोषी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। पीड़िता का कहना है कि प्रबंध तंत्र को भी इस बाबत शिकायत की गई पर कोई कार्रवाई नही हुई। एसओ शशांक द्विवेदी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।