हिंसा के बाद मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर में तनावपूर्ण शांति, एक और उपद्रवी की मौत Meerut News
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मेरठ बुलंदशहर मुजफ्फरनगर बिजनौर में हुई हिंसा के बाद चारों ही जिलों में शनिवार को तनावपूर्ण शांति रही। भारी पुलिसबल तैनात है।
मेरठ, जेएनएन। CAA Protest शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर में हुई हिंसा के बाद चारों ही जिलों में शनिवार को तनावपूर्ण शांति रही। भारी पुलिसबल तैनात है। मेरठ में अस्पताल में भर्ती एक और उपद्रवी अलीम पुत्र हबीब अंसारी निवासी गली नंबर आठ अहमदनगर लिसाड़ी गेट की मौत हो गई। सालिम को दिल्ली रेफर किया गया है। मेरठ में अब तक पांच उपद्रवियों की मौत हो चुकी है। रातभर गिरफ्तारी के लिए दबिशों का दौर चला। वहीं मेरठ में हिंसा में मारे गए पांच उपद्रवियों में से तीन को सुपुर्दे खाक कर दिया गया। दो का अभी पोस्टमार्टम चल रहा है। उधर, बिजनौर में भी दोनों उपद्रवियों का अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा के बीच कर दिया गया। मुजफ्फरनगर में भी अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है।
कई लोग लिए गए हिरासत में
सैकड़ों के खिलाफ मुकदमे दर्ज। सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा में मारे गए सात लोगों के अंतिम संस्कार को लेकर भारी पुलिस बल तैनात। आसपास के जिलों से भी फोर्स मंगाया गया। हिंसा में मेरठ में चार, बिजनौर में दो और मुजफ्फरनगर में एक उपद्रवी मारा गया था। अन्य जिलों में भी भारी पुलिस बल की निगरानी जारी है। शुक्रवार को इस्लामाबाद चौकी को उपद्रवियों ने फूंक दिया था। पथराव करते हुए पुलिस पर गोलियां दागी थीं।
भयावह मंजर बीता, पर उपद्रव के निशां बाकी...
मुजफ्फरनगर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मीनाक्षी चौक, मदनी चौक पर हुए उपद्रव का भयावह मंजर बीता गया, लेकिन दूसरे दिन भी लोगों में दहशत बरकरार है। आर्य समाज रोड से लेकर मीनाक्षी चौक, रूड़की रोड उपद्रव का मंजर बयां कर रहे हैं। यहां भीड़ का शिकार हुई सरकारी संपत्ति के साथ उत्पात के निशान बाकी है। लोगों ने दूसरे दिन बाजार खोलना शुरू किया है, लेकिन खुद सुरक्षा में खड़े हो गए हैं। रातभर बाजारों और घरों की छतों पर चढ़कर लोगों ने हालातों पर नजर रखी है।
शामली में इंटरनेट सेवा बंद
शामली में नागरिक संशोधन कानून को लेकर शामली के आजाद चौक में हंगामा-प्रदर्शन और विभिन्न शहरों में हुई हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन अलर्ट है। इंटरनेट सेवा अभी बंद ही हैं। आजाद चौक पर सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स तैनात है और अफसर भी लगातार पहुंचकर जानकारी ले रहे हैं। खुफिया विभाग भी सक्रिय है। वैसे तो जिलेभर में शांति हैं, पर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह चौकस है। कई असामाजिक तत्वों की पुलिस निगरानी कर रही है।
पुलिस बल तैनात
नागरिक संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन की आशंका के चलते शुक्रवार को सभी पुलिस और प्रशासन सुबह से ही मुस्तैद हो गया था। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह और पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कैराना और कांधला में डेरा जमाए रखा। शामली में अपर जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक मुस्तैद रहे। दिल्ली रोड स्थित तैमूर शाह मस्जिद में तो शांति पूर्वक जुमे की नमाज अदा हो गई, लेकिन आजाद चौक में भीड़ एकत्र हो गई और लोग प्रदर्शन करने लगे। कुछ दूर तक पुलिस को दौड़ाया भी। फोर्स बढ़ने पर किसी तरह लोगों को शांत किया गया।
पुलिस प्रशासन अलर्ट
वहीं, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, बुलंदशहर में हिंसक विरोध की खबरें आने लगी तो जिले का सरकारी अमला और अलर्ट हो गया। शुक्रवार रातभर आजाद चौक, तैमूरशाह समेत तमाम संवेदनशील स्थानों पर फोर्स तैनात रही। अफसर रात भर जायजा लेते रहे। जिले भर में शांति है। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के अनुसार शांति व्यवस्था बनी है। अगर किसी ने माहौल खराब करने का प्रयास किया तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। पुलिस और प्रशासन अलर्ट है।