CAA protest : पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने भड़काई थी मेरठ में हिंसा, दो पकड़े Meerut News
20 दिसंबर को शहर में हिंसा से काफी दिन पहले घर-घर में चल रही थी हथियारों की खरीदारी लेकिन खुफिया तंत्र भी अराजक तत्वों के मंसूबों को भांप नहीं सका।
मेरठ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसा को भड़काने में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) का नाम सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा है। एसपी सिटी ने कहा था कि हिंसा में पीएफआइ का हाथ दिख रहा है। यह प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया का लघु रूप है।
यह सब हुआ है बरामद
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि, बताया कि इनके पास से कुछ तख्ती, भारी मात्रा में पंफलेट्स, सीडी, साहित्या और पोस्ट कार्ड्स बरामद हुए हैं। साहित्यों में बाबरी मस्जिद से जुड़ी अहम बाते हैं। पकड़े गए आरोपित लिसाड़ीगेट के रहने वाले अमजद और जावेद है। बताया गया कि कई बैठकों में उक्त लोग शामिल हो चुके है। दोनों आरोपितों से एसपी सिटी की टीम पूछताछ कर रही है।
छह माह से सक्रिय था संगठन
20 दिसंबर को मेरठ में नागरिकता कानून के विरोध में लोग नमाज के बाद उग्र हो गए थे। इसे लोकल इंटेलिजेंस की असफलता के रूप में देखा जा रहा है। पीएफआइ बीते छह माह से मेरठ समेत प्रदेश के अन्य जिलों में सक्रिय था। जुलाई और सितंबर माह में संगठन ने महानगर के कई इलाकों में पोस्टर चस्पा किए थे। हद तो तब हो गई, 20 दिसंबर को जब संगठन से जुड़े जावेद और अमजद बवाली भीड़ के साथ देखे गए। ¨हसा के बाद इस नेटवर्क के बारें में पुलिस को पता चला। बताया गया कि अमजद और जावेद दूसरे शहरों में भी बैठक कर चुके है।
हिंसा में अब तक की कार्रवाई
मुकदमे - थाने
03 - मवाना, जानी और देहलीगेट
05 - ब्रह्रमपुरी थाने में दर्ज किए।
07 - लिसाड़ीगेट थाने में दर्ज हुए।
02 - नौचंदी और कोतवाली में दर्ज हुए।