हैंडपंप के पास गुटखा थूकने पर हुआ विवाद, युवकों को सरियों से पीटा, अब जबरन समझौते का दबाव
दुल्हैड़ा में दबंगों ने अनुसूचित जाति के युवकों को सरियों से पीटा। थाना पुलिस ने नहीं की कार्रवाई दबाव बनाकर फैसला कराया। एससीएसटी आयोग जाकर कार्रवाई की मांग करेगा पीड़ित परिवार।
मेरठ, जेएनएन। पल्लवपुरम थाना क्षेत्र का गांव दुल्हैड़ा में दबंगों ने अनुसूचित जाति के दो युवकों को लाठी डंडे और सरियों से पीटकर अधमरा कर दिया। जिसमें दोनों युवकों के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। घटना के तीन दिन में पुलिस ने पीड़ितों से तहरीर ली, मगर केस दर्ज नहीं किया। बाद में दबंगों ने पीड़ित परिवार पर दबाव बनाकर जबरन फैसला करा लिया। पीड़ित परिवार अब एससीएसटी आयोग की शरण में जाकर न्याय की गुहार लगाएगा।
दुल्हैड़ा गांव निवासी सूरजमल जाटव ने बताया कि 14 जून को उनका बेटा अरुण और भांजा अमित गांव के बाहरी हिस्से में स्थित हलवाई की दुकान पर समौसे खाने गए थे। दुकान के पास ही हैंडपंप है, जहां पर अरुण ने मुंह के गुटखे को थूक दिया। पास खड़े सबे चौहान ने गुटखा थूकने का विरोध किया। आरोप है कि सबे चौहान ने जातिसूचक शब्द कहते हुए गाली गलौज की। आरोप है कि अरुण ने बदसलूकी का विरोध किया तो सबे ने अपने बेटे कालू के साथ मिलकर लाठी और सरिये से बुरी तरह पीटा, जिसमें दोनों युवकों के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। वहां मौजूद अन्य लोगों ने युवकों को हमलावरों से छुड़ाने का प्रयास किया, मगर उन लोगों को धमकी देकर वहां से भगा दिया। सूरजमल ने कहा कि थाने गए और तहरीर दी, मगर पुलिस ने भी कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। तीन दिन बाद कुछ लोगों ने आरोपित पक्ष के साथ मिलकर पीड़ित परिवार पर दबाव बनाकर जबरन समझौता करा दिया। न्याय के लिए वह आरोपित और पुलिस का चिट्ठा एससीएसटी आयोग के सामने रखकर कार्रवाई की मांग करेंगे। थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह शाही का कहना है कि दोनों पक्षों में मामूली झगड़ा हुआ था, जिसका गांव में ही आपस में समझौता हो गया। तहरीर नहीं मिली है, तहरीर आने पर कार्रवाई की जाएगी।