दो एलाइनमेंट पर मंथन, पहले प्रस्ताव पर सहमति
बच्चा पार्क से सदर तहसील तक एलिवेटेड रोड बनाने के लिए अब दो एलाइनमेंट का विचार सामने आया है। बहरहाल पहले वाले एलाइनमेंट पर ही लगभग स्वीकृति बनती दिख रही है।
मेरठ, जेएनएन। बच्चा पार्क से सदर तहसील तक एलिवेटेड रोड बनाने के लिए अब दो एलाइनमेंट का विचार सामने आया है। बहरहाल, पहले वाले एलाइनमेंट पर ही लगभग स्वीकृति बनती दिख रही है।
डीएम अनिल ढींगरा के निर्देश पर एमडीए के चीफ इंजीनियर दुर्गेश श्रीवास्तव, सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक केवी सिंह, वीके सिंह, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता संजीव भारद्वाज व ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम के अधिकारियों की टीम ने सर्वे किया। इस टीम ने काफी देर तक नापजोख की और विभिन्न गलियों से गुजरकर पैदल चलकर स्थिति देखी। इसके बाद दो एलाइनमेंट का सुझाव आया। हालांकि अब लगभग उसी एलाइनमेंट पर सहमति बन रही है, जिस पर एक माह पहले नकारात्मक रिपोर्ट देकर खारिज कर दिया गया था। बहरहाल, टीम सर्वे के मिनट्स डीएम को सौंपेगी। और दोनों विकल्पों के तहत प्रस्ताव भी बनाकर देगी।
पहला सुझाव : वाय आकार में बने
टीम ने सर्वे करने के बाद यह तय किया कि नाले की पटरी पर अतिक्रमण है और आबादी भी है। जिसे संभवतया हटाया नहीं जा सकेगा। ऐसे में इसका विकल्प निकाला गया अंग्रेजी के वाय आकार का फ्लाईओवर। यानी बच्चा पार्क से फ्लाईओवर चले और आगे चलकर जहां से अतिक्रमण शुरू होता है वहां दो भाग में बंट जाए। एक सिरा जली कोठी की तरफ से दिल्ली रोड पर उतारा जाए और दूसरा थापरनगर के पास से दिल्ली रोड पर। एक सिरे से वाहन चढ़ें और दूसरे से वाहन उतारे जाएं।
दूसरा सुझाव : सीधा फ्लाईओवर रहे
टीम ने यह तय किया कि नाला नगर निगम का है तो नगर निगम अपनी संपत्ति से अतिक्रमण हटवाए। इसके लिए फ्लाईओवर को वाय आकार में क्यों बांटा जाए। प्रस्ताव डीएम की ओर से बनवाया जा रहा है इसलिए डीएम के निर्देश पर अतिक्रमण भी हटेगा। वाय आकार में बनाने से बाद में समस्या भी खड़ी होगी। नाला पटरी से अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम को इससे संबंधित सभी विभाग पत्र भी लिखेंगे और डीएम-कमिश्नर को कॉपी भेजेंगे। सबसे पहले जब प्रस्ताव बना था तो यही एलाइनमेंट था।
अक्टूबर-2018 में डीएम ने बनवाया था प्रस्ताव
अक्टूबर-2018 में डीएम अनिल ढींगरा ने बच्चा रोड से सदर तहसील तक एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव मुख्य सचिव कार्यालय को भिजवाया था। यह 650 मी लंबी और 7.5 मीटर चौड़ी यह रोड बनेगी। इसका प्रस्ताव 40 करोड़ का था। उस पर मुख्य सचिव कार्यालय से कोई जवाब नहीं आया था। बाद में इस प्रस्ताव को डीएम ने एमडीए के माध्यम से भिजवाने की योजना बनाई। जिसके तहत नवंबर-2019 में एसपी ट्रैफिक, सिटी मजिस्ट्रेट व सेतु निगम के अधिकारियों ने प्रस्तावित एलाइनमेंट का निरीक्षण किया था।