Badan Singh Badoo: बद्दो की फरारी के वक्त होटल में ब्रह्मपुरी पुलिस भी थी, और भी हैं आरोप
बद्दो फरारी प्रकरण एडीजी से मिलकर नरेश ने कहा पुलिस अफसरों के लिए नहीं दी थी रकम। गाजियाबाद के एसपी ग्रामीण को सौंपी गई जांच जल्द देंगे अपनी रिपोर्ट।
मेरठ, जेएनएन। ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की फरारी में सहयोग करने के आरोपित होटल मुकुट महल के मालिक मुकेश गुप्ता प्रकरण में दस लाख के लेन-देन का मामला तूल पकडऩे लगा है। मंगलवार को मुकेश गुप्ता के भाई नरेश कंसल ने एडीजी के समक्ष अपनी बात रखते हुए स्पष्ट किया कि रकम किसी पुलिस अफसर के नाम पर नहीं दी गई थी। नरेश कंसल ने बताया कि बद्दो की फरारी वाले दिन होटल में दिल्ली और मेरठ की ब्रह्मपुरी थाना पुलिस मौजूद थी। मालूम हो कि छह दिन पहले ब्रह्मपुरी पुलिस ने मुकेश गुप्ता को बद्दो की फरारी में सहयोग करने के आरोप में जेल भेज दिया था। तभी मुकेश गुप्ता के भाई नरेश कंसल ने आरोप लगाया था कि संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने एसपी सिटी अखिलेश नारायण और तत्कालीन एसएसपी नितिन तिवारी को देने के लिए दस लाख की रकम ली थी। बदले में वादा किया था कि मुकदमे से मुकेश गुप्ता का नाम निकलवा देंगे। जब पुलिस ने मुकेश गुप्ता को जेल भेज दिया तब नरेश कंसल ने रकम वापस मांगी। नरेश के अनुसार, नवीन गुप्ता ने अभी तक साढ़े सात लाख लौटाए हैं।
मदद के नाम पर ली रकम
मंगलवार को नरेश कंसल ने एडीजी राजीव सभरवाल को बताया कि नवीन गुप्ता ने दस लाख रुपये वसूले थे। नरेश ने कहा कि यह रकम पुलिस अफसरों के नाम से नहीं ली गई थी। एडीजी ने कहा कि, फिर इतनी मोटी रकम आप द्वारा क्यों दी गई। इसपर नरेश कंसल ने बताया कि नवीन गुप्ता व्यापारियों के अध्यक्ष हैं। उन्होंने मदद का भरोसा देकर रकम वसूली थी। मदद नहीं मिली तो रकम वापस मांगी गई। इसपर उन्?होंने साढ़े सात लाख रुपये लौटाए हैं, बाकी के मांगने पर कहा कि रकम अफसरों के पास है। नरेश ने बताया कि बद्दो की फरारी वाले दिन होटल के चार कमरे ब्रह्मपुरी पुलिस के लगे हुए थे, चार कमरों में दिल्ली पुलिस की टीम थी। उसके बाद दो कमरों में बद्दो और उसके साथ मौजूद पुलिसकर्मी थे। ऐसे में साफ है कि दिल्ली और ब्रह्मपुरी पुलिस के होटल में मौजूद रहने के बाद भी बद्दो फरार हो गया।
नीरज जादौन करेंगे दूध का दूध, पानी का पानी
आइजी प्रवीण कुमार ने बताया कि एडीजी ने जांच कराने का निर्देश दिया है। गाजियाबाद के एसपी देहात नीरज जादौन को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जल्द ही वे जांच पूरी कर रिपोर्ट देंगे। दूसरी ओर जोन के एडीजी राजीव सभरवाल ने बताया कि नरेश कंसल की तरफ से अभी कोई शिकायती पत्र नहीं मिला है। मामले की जांच एसपी देहात गाजियाबाद कर रहे हैं क्योंकि दस लाख की वसूली में पुलिस अफसरों का भी नाम लिया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।