बिजनौर में छाछरी टीप के जंगल में मिला मादा गुलदार का शव, वन विभाग की टीम ने की जांच
बिजनौर के वृहद कान्हा गो संरक्षण केंद्र छाछरी टीप के जंगल में शुक्रवार सुबह मादा गुलदार शव पड़ा मिला। गुलदार का शव मिलने की सूचना पर वन विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डीएफओ ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।
बिजनौर, जागरण संवाददाता। हीमपुरदीपा क्षेत्र के वृहद कान्हा गो संरक्षण केंद्र छाछरी टीप के जंगल में शुक्रवार सुबह मादा गुलदार शव पड़ा मिला। गुलदार का शव मिलने की सूचना पर वन विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डीएफओ ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। शव को पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेज दिया। सुबह करीब दस बजे गौ संरक्षण केंद्र के कर्मियों ने पास के जंगल में गांव की किसान बाला देवी के खाली खेत में गुलदार को मृत अवस्था में देखा। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। डीएफओ डा. अनिल पटेल टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की।
जांच के दौरान शव मादा गुलदार का पाया गया। डीएफओ का कहना है कि मादा गुलदार की मौत के कारणों का प्राथमिक जांच में स्पष्ट नहीं हो सकी है। उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही हो सकेगा हालांकि मामले में जांच हेतु इसका बिसरा लैब बरेली भेजा जा रहा है।
क्षेत्र में लगाए आठ पिंजरे
उधर, जंगल में जगह गुलदार के देखे जाने से ग्रामीणों को सजग किया है। उनका कहना है कि ग्रामीण जंगल जाते वक्त किसी भी दशा में अकेले न जाएं बल्कि ग्रुप में जाएं ऐसा करने से गुलदार के हमले से बचा जा सकता है। उन्होंने माना कि जनपद में लगभग 250 गुलदार जंगल में हैं।जिनका ठिकाना फिलहाल गन्ने के खेत हैं। गुलदार के होने की शिकायत मिलने पर जगह जगह ड्रोन कैमरा से वीडियोग्राफी कराई जा रही है ताकि गुलदारों की मौजूदगी का पता लगाया जा सके। साथ ही प्रभावित क्षेत्र में 8 पिंजरे लगाए गए हैं।
और भी गुलदार होने की संभावना
मृत मादा गुलदार का शव मिलने के बाद डीएफओ की मौजूदगी में वन विभाग की टीम ने लगभग आधे घंटे तक गौ संरक्षण केंद्र से सटे जंगल में कांबिंग की और वीडियोग्राफी भी कराई। संभावना जताई कि उक्त जंगल में और भी गुलदार हो सकते हैं।