महीनों चलने वाली बोर्ड परीक्षाओं से मिलेगी फुरसत, 16 से 17 दिन में समाप्त होंगी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि किसी भी कीमत पर मागो को मनवाने के किये रास्ते पर उतर कर आदोलन करने की जरूरत नही है। बातचीत के लिए दरवाजे खुले रहने चाहिए जिससे सुधार के विचार आ सके।
मेरठ। शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि पहले जहा दो से ढाई महीने में बोर्ड परीक्षाएं हुआ करती थी उसे 1 महीने तक लाया जा सका है। आने वाली बोर्ड परीक्षा 16 से 17 दिनों में ही समाप्त कर मूल्याकन प्रक्रिया शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। यह व्यवस्था सफल हो इसके लिए शिक्षकों के सहयोग की जरूरत होगी। शिक्षकों का सहयोग रहेगा तो शिक्षा में सुधार जरूर किया जा सकता है।
यह बातें डॉ दिनेश शर्मा ने माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य सम्मेलन में कही। एन ए एस कॉलेज में आयोजित कार्यक्त्रम में डॉ शर्मा ने कहा कि स्कूलों में 200 दिन की पढ़ाई और 20 दिन के रिवीजन के लिए सुनिश्चित करना ही हम लक्ष्य है। विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था में सुधार के लिए शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को ठीक किया जा रहा है। पिछले 14 महीनों में सरकार ने 5696 शिक्षकों के पद सृजित किये गए हैं। इन पदों पर नियुक्ति के साथ ही 12 हज़ार अन्य पदों पर अक्टूबर नवंबर तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयों में गणित और विज्ञान के शिक्षकों की कमी को पूरा करते हुऐ नियुक्ति कर दी गयी है।
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि किसी भी कीमत पर मागो को मनवाने के किये रास्ते पर उतर कर आदोलन करने की जरूरत नही है। बातचीत के लिए दरवाजे खुले रहने चाहिए जिससे सुधार के विचार आ सके। उन्होने कहा कि शिक्षकों की समस्याएं दूर करने की हर कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पेंशन और स्थानातरण की समस्या को दूर कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्या के निवारण के लिए ऑनलाइन शिकायत ली जा रही है। 30 जून तक शिक्षक अपनी समस्या सीधे लिख कर भेज सकते है। एक जुलाई से 15 जुलाई तक अभियान चलाकर सभी समस्यायों का निस्तारण कर दिया जाएगा।