छात्रों का हंगामा, कमिश्नरी पर आयोग का पुतला फूंका
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का प्रश्नपत्र आउट होने के विरोध में छात्रों ने सोमवार को कमिश्नरी चौराहे पर नारेबाजी कर हंगामा किया। इस दौरान उन्होंने उप्र लोक सेवा आयोग का पुतला फूंका।
मेरठ, जेएनएन। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का प्रश्नपत्र आउट होने के विरोध में छात्रों ने सोमवार को कमिश्नरी चौराहे पर नारेबाजी कर हंगामा किया। इस दौरान उन्होंने उप्र लोक सेवा आयोग का पुतला फूंका।
छात्रों का कहना था कि आयोग ने एलटी ग्रेड के 10 हजार पदों पर भर्ती के लिए गत 29 जुलाई को परीक्षा कराई थी, जिसका पेपर आउट हो गया। जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो गया। उनका विश्वास आयोग से उठ गया है। छात्र स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं। परीक्षा में बैठे उन अभ्यर्थियों ने जब विरोध किया तो उन पर लाठीचार्ज किया गया। ऐसा करके लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। छात्रों ने मांग उठाई कि गिरफ्तार की गई परीक्षा नियंत्रक के कार्यकाल में हुई सभी भर्तियों की गहनता से जांच कराई जाए। पुतला फूंकने वालों में चौधरी चरण सिंह विवि के छात्रसंघ अध्यक्ष देवेश राणा, डीएन कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष सम्राट मलिक, छात्र नेता प्रदीप कसाना, मनीष कुमार, अनमोल त्यागी, शबाब आलम, सौरभ तोमर, कन्हैया कुमार, प्रशांत कसाना, शोएब अली, गुलशेर राणा व विकास कुमार आदि शामिल थे।
सीएम के पुतले पर दौड़ी पुलिस : इसी बीच पुलिस को यह सूचना मिली कि छात्र सीएम का पुतला फूंकने जा रहे हैं। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो बताया कि पुतला आयोग का ही है। फिर पुलिस पीछे हट गई। इसी बीच छात्रों ने पुतले में आग लगा दी।
अर्धनग्न होकर सड़क पर उतरे पुलिस भर्ती अभ्यर्थी, आत्मदाह की चेतावनी
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जासं, मेरठ : उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती वर्ष 2013 के अभ्यर्थियों ने नियुक्ति दिए जाने की मांग को लेकर कमिश्नरी चौराहे पर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। वहीं, मांग पूरी न होने पर सभी ने सामूहिक इच्छा मृत्यु की मांग की। अभ्यर्थियों का कहना था कि उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती-13 से संबंधित व मेडिकल पास सूबे के 11,786 अभ्यर्थी हैं। जिनमें मेरठ जिले के अकेले 250 हैं। वह अपनी नियुक्ति की मांग कई बार उठा चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने विरोध में राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव से नियुक्ति न होने पर इच्छा मृत्यु की मांग की थी, लेकिन वह भी नहीं दी गई है। साथ ही मांग की कि उन्हें 10 जून तक रिजल्ट घोषित करके भर्ती किया जाए। कोर्ट रिट के अनुरूप मेडिकल पास अभ्यर्थियों का चयन किया जाए। अभ्यर्थियों ने घोषणा की कि यदि उन्हें 10 जून तक चयन से वंचित किया जाता है या रिजल्ट घोषित नहीं किया जाता है तो वह सामूहिक रूप से विधानसभा के समक्ष आत्मदाह करेंगे। इसके लिए प्रदेश की वर्तमान सरकार एवं प्रशासन, उप्र पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। कमिश्नरी के बाद सभी ने कलक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद डीएम के माध्यम से ज्ञापन भेजा। ज्ञापन देने वालों में राहुल गुर्जर, संदीप गिरी, नीरज गिरी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।