जरूरतमंदों की खातिर किया रक्तदान
मेरठ जिंदगी वही जो दूसरों के काम आए..इसे शहर के लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर
मेरठ : जिंदगी वही जो दूसरों के काम आए..इसे शहर के लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर रक्तदान कर चरितार्थ किया। अब रक्त के अभाव में किसी जरूरतमंद की जान नहीं जाएगी। गरीब, निराश्रित और जिनके पास रक्तदान करने के लिए डोनर नहीं होते, उन्हें आइएमए के रक्तकोष से खून मिल सके, इसके लिए 'माय सिटी माय प्राइड' के बैनर तले समाज के जिम्मेदार लोगों ने शुक्रवार को महादान किया।
शुक्रवार को दैनिक के 'माय सिटी माय प्राइड' प्रकल्प और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की मेरठ शाखा के संयुक्त तत्वावधान में आइएमए ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के लोगों और समाजसेवियों ने रक्तदान किया। रक्तदान करने का जज्बा सुबह दस बजे से ही देखने को मिला। 'दैनिक जागरण' का रक्तदान शिविर शुरू होते ही लोग पहुंचने लगे थे। आइएमए ब्लड बैंक के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ की मौजूदगी में रक्तदाता के फार्म भरवाने और रक्तदान से पहले की प्रक्रियाएं पूरी की गई। जिसके बाद रक्तदान कराया गया। इसमें दैनिक जागरण कर्मियों, भारतीय जनता युवा मोर्चा, एबीवीपी सहित कई संगठनों के लोगों ने रक्तदान किया। रक्तदान से पहले चेकअप में स्वस्थ मिलने पर ही रक्तदान कराया गया। शिविर शाम चार बजे तक चला। रक्तदान कराने में आइएमए के अध्यक्ष डॉ. शिशिर जैन, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अनिल नौसरान, डॉ. संदीप जैन, डॉ. जेवी चिकारा और पैरामेडिकल स्टाफ अविनाश केवटिया, सौरभ सिंह, अमित शर्मा, रोहित त्यागी, रवि कुमार, जयंत कुमार, देवेंद्र सिंह समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा। रक्तदान के लिए इन्हें आभार
रक्तदान करने वालों में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुनील जिंदल, ऋषि कुमार शर्मा, संदीप राठी, वीना राठी, सोनिया, राबिन, नकुल अग्रवाल, संजीव कुमार, नौशाद अली, योगेश कुमार, जितेंद्र, जियाउद्दीन, राजेश, अमरदीप त्यागी, प्रिंस अग्रवाल, सिद्धार्थ, प्रतीश, अमित गोयल, अखिल गोयल, मोहन और अमित समेत बड़ी संख्या में लोगों ने रक्तदान किया है। सभी रक्तदाताओं ने आग्रह किया कि यह रक्त वंचितों और निराश्रितों को निश्शुल्क दिया जाए। क्योंकि सक्षम व्यक्ति कहीं से भी रक्त का इंतजाम कर सकता है। रक्तदाताओं ने दूसरे लोगों से भी रक्तदान करने की अपील की।
स्वस्थ व्यक्ति साल में चार बार कर सकता है रक्तदान
रक्तदान शिविर में डॉ. वीरोत्तम तोमर और अनिल नौसरान ने बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति साल में चार बार रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से शरीर में किसी तरह की कमजोरी नहीं आती। रक्तदान करने से किसी की जान बचाई जा सकती है। एक यूनिट ब्लड से तीन जरूरतमंदों को जिंदगी मिल सकती है। एक यूनिट में कंपोनेंट में ब्लड, प्लेटलेट्स, प्लाज्मा प्राप्त होगा। निगेटिव ग्रुप के रक्तदान के इच्छुक कई लोगों का मोबाइल नंबर भी आइएमए ब्लड बैंक की टीम ने ले लिया। ताकि जरूरत पड़ने पर इन्हें दोबारा बुलाया जा सके। रक्तदान के बाद लोगों को जूस, फल आदि दिए गए। रक्तदान के तुरंत बाद करना चाहिए आराम
चिकित्सकों ने रक्तदान शिविर के बाद लोगों को आधा घंटा आराम कराया। डॉ. अनिल नौसरान ने बताया कि रक्तदान के तुरंत बाद करीब 15 मिनट तक शांत बैठ जाना चाहिए। रक्तदान के तुरंत बाद चलने या कुछ और कार्य करने से बेचैनी, घबराहट आदि का खतरा रहता है। रक्तदान के तुरंत बाद हेवी डाइट भी नहीं लेनी चाहिए।