छेड़छाड़ का विरोध करने पर सब्जी विक्रेता पर ब्लेड से हमला
सोहराब गेट पुलिस चौकी के पास सब्जी विक्रेता पर शराब के नशे में धुत युवक ने ब्लेड से हमला कर घायल कर दिया। आरोपित युवक महिलाओं से छेड़छाड़ कर रहा था जिसका सब्जी विक्रेता ने विरोध किया था। भीड़ ने आरोपित युवक को जमकर पीटा। इस पर दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। पुलिस दोनों पक्षों को कोतवाली ले आई।
मेरठ । सोहराब गेट पुलिस चौकी के पास सब्जी विक्रेता पर शराब के नशे में धुत युवक ने ब्लेड से हमला कर घायल कर दिया। आरोपित युवक महिलाओं से छेड़छाड़ कर रहा था, जिसका सब्जी विक्रेता ने विरोध किया था। भीड़ ने आरोपित युवक को जमकर पीटा। इस पर दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। पुलिस दोनों पक्षों को कोतवाली ले आई।
सोहराब गेट पुलिस चौकी के पास गोला कुआं निवासी चांद की सब्जी की दुकान है। रविवार को पूर्वा पीर बक्श निवासी सद्दाम शराब के नशे में धुत चांद की दुकान पर पहुंचा और गाली गलौज करने लगा। आरोप है कि इस बीच वहां से निकल रही महिलाओं से सद्दाम ने छेड़छाड़ कर दी। चांद ने विरोध किया तो आरोपित ने उसके साथ मारपीट की। तब लोगों ने दोनों को अलग कर दिया, जिसके बाद सद्दाम वहां से चला गया। आरोप है कि थोड़ी देर बाद सद्दाम वापस आया और चांद के चेहरे, सीने और गर्दन पर ब्लेड से हमला कर दिया। भीड़ ने सद्दाम को जमकर पीटा। इसी बीच दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए, जिससे हंगामा हो गया।
इनका कहना है
दोनों पक्षों में मारपीट हुई है। घायलों का मेडिकल कराया जा रहा है। तहरीर पर कार्रवाई की जा जाएगी।
सुभाष अत्री, इंस्पेक्टर-कोतवाली अवैध शराब के साथ तमंचा व कारतूस भी मिले
मेरठ। सीओ दौराला जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा एपी मिश्र और एसओ दौराला रितेश कुमार की टीम ने पीएसी के जवानों के साथ रविवार रात जवाहर नगर मद्रासी बस्ती के कई घरों में छापामार कार्रवाई की। तलाशी के दौरान अवैध शराब के साथ एक तमंचा व कारतूस भी मिले। पुलिस की इस कार्रवाई से अवैध शराब का कारोबार करने वालों में हड़कंप मचा रहा। बड़ी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवानों को देखकर कई लोग घरों पर ताले डालकर फरार हो गए। इंस्पेक्टर एपी मिश्र ने बताया कि मौके से चुटिया पुत्र परमल, सोनिया पत्नी साहिल व शबनम पत्नी नूर को गिरफ्तार किया गया। 12 पेटी अवैध शराब और एक तमंचा व दो कारतूस बरामद हुए हैं। बता दें कि इसी बस्ती में 12 फरवरी को तत्कालीन एसपी सिटी के नेतृत्व में आरएएफ के जवानों को साथ लेकर पुलिस ने छापा मारा था। तब सूचना लीक होने की वजह से पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा था।