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पुलिसिया कहर के विरोध में भाकियू हुई उग्र, एडीजी ऑफिस पर धरना

देखिए डीजीपी साहब आपकी मित्र पुलिस का कारनामा पूरे महकमे को शर्मसार कर देगा। गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने ब्रजघाट में परिवार पर जमकर कहर बरपाया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 May 2019 08:00 AM (IST)Updated: Sun, 12 May 2019 08:00 AM (IST)
पुलिसिया कहर के विरोध में भाकियू  हुई उग्र, एडीजी ऑफिस पर धरना
पुलिसिया कहर के विरोध में भाकियू हुई उग्र, एडीजी ऑफिस पर धरना

मेरठ। देखिए, डीजीपी साहब आपकी मित्र पुलिस का कारनामा पूरे महकमे को शर्मसार कर देगा। गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने ब्रजघाट में परिवार पर जमकर कहर बरपाया। लोगों के साथ महिलाओं को भी डंडों से पीटा गया। उसके बाद बच्चों सहित पूरी रात हवालात में डाल दिया। विवाद मकान के कब्जे को लेकर था। पुलिस ने रात में ही मकान का ताला तोड़ दिया था, जिसका विरोध परिवार के सदस्यों ने किया। महिलाओं को इसलिए पीटा गया क्योंकि वह पुलिस की करतूत को मोबाइल में कैद कर रही थी। पुलिस ने परिवार के 11 लोगों को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू की। पुलिसिया कहर के विरोध में भाकियू ने एडीजी कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। एडीजी के बंगले से बाहर नहीं आने पर भाकियू कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए।

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हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर थाने के ब्रजघाट में सुशील तोमर का परिवार रहता है। यहीं पर गुरु रामानंद का मकान है, जिसका उनके भाई ओमप्रकाश ने सुशील तोमर की पत्‍‌नी कृष्णा के नाम बैनामा कर दिया। इस मकान के अंदर राम स्वरूप का परिवार रहता था, जिससे सुशील तोमर पक्ष ने मकान खाली कराकर ताला लगा दिया। इस पर ओमप्रकाश ने चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया। सुशील के साले की बेटी निधि और विनिता ने बताया कि शुक्रवार रात दस बजे पुलिस आई और जबरन मकान का ताला तोड़ने लगी। विरोध करने पर परिवार के 11 लोगों को उठाकर थाने ले गई। उसके बाद रात को एक बजे पुलिस बड़ी संख्या में पहुंची और मकान का ताला तोड़कर सामान को डीसीएम में भरवा दिया। तब विरोध करने पर परिवार के सदस्यों को बीच सड़क पर पीटा। महिलाओं ने मकान की छत से वीडियो बनाई तो उन्हें भी पकड़ लिया। सभी के मोबाइल छीन लिए गए। विरोध करने पर महिलाओं को भी डंडों से पीटा। उसके बाद थाने ले गए और छोटे-छोटे बच्चों के साथ हवालात में डाल दिया। पुलिसिया कहर से पहले ही महिलाएं कुछ वीडियो को वायरल कर चुकी थी, जिसमें पुलिस की करतूत दिखाई दे रही है। पीड़ित परिवार ने मामले की जानकारी भाकियू कार्यकर्ताओं को दी, जिस पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में कार्यकर्ता एडीजी प्रशांत कुमार से मिलने पहुंचे। पुलिस की पिटाई का शिकार महिलाएं भी साथ थी। एडीजी के बंगले से उठकर नहीं आने पर कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। हालांकि एसपी सिटी से लेकर तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारी गढ़मुक्तेश्वर पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे है। पुलिस ने महिलाओं को मेडिकल के लिए भेज दिया है।

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इन्होंने कहा..

भाकियू जिस मामले में धरना दे रही है हम केवल उसकी विवेचना को अन्य जिले में स्थानांतरित कर सकते हैं। भाकियू पुलिस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग कर रही है, यह संभव नहीं है। धरना स्थल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। साथ ही एसपी हापुड़ को निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

- प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ

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