भाजपाइयों की प्रमुख सचिव को दो टूक, उठ गया प्रशासन से भरोसा
कोरोना पर नियंत्रण पाने में नाकाम रहा प्रशासन अब भाजपा के निशाने पर आ गया है। सासद विधायक एवं महानगर अध्यक्ष आदि ने प्रमुख सचिव टी वेकटेश से दो टूक कहा कि मेरठ की जनता का प्रशासन से भरोसा उठ गया है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना पर नियंत्रण पाने में नाकाम रहा प्रशासन अब भाजपा के निशाने पर आ गया है। सासद, विधायक एवं महानगर अध्यक्ष आदि ने प्रमुख सचिव टी वेकटेश से दो टूक कहा कि मेरठ की जनता का प्रशासन से भरोसा उठ गया है।
शुक्रवार को भाजपाइयों ने नोडल अधिकारी सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिव टी वेंकटेश के साथ सर्किठ हाउस में बैठक की। सासद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह असफल हो चुका है। इलाज से लेकर क्वारंटाइन केंद्रों तक बदइंतजामी किसी से छिपी नहीं है। महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने कहा कि प्रशासन कोरोना पर नियंत्रण कर पाने में विफल साबित हुआ है। गरीबों और लॉकडाउन में फंसे लोगों तक भोजन पहुंचाने में भी घोटाला सामने आ रहा है। सासद और विधायकों को विश्वास में लिए बिना ही सामुदायिक रसोई के टेंडर कर दिए गए। प्रशासन के रोजाना बदलते नियमों से जनता हाफ रही है।
विधायक दिनेश खटीक ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों की वजह से जनता जनप्रतिनिधियों और संगठन की ओर देख रही है। अब जिले में अधिकारियों की नई टीम आने तक शात नहीं बैठा जाएगा। विधायक डा. सोमेंद्र तोमर ने कहा कि सब्जी मंडी को लेकर आगाह किया गया था लेकिन प्रशासन ने किसी की नहीं सुनी और कोरोना का कहर सबके सामने है। राज्यसभा सदस्य काता कर्दम ,विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल और प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन ने भी प्रशासनिक फेरबदल की जरूरत बताई। प्रमुख सचिव ने आश्वस्त किया कि सभी बातों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। कारीगर परेशान, कैसे जाएं घर
मेरठ : लॉकडाउन के चलते शहर सराफा में बंगाल व महाराष्ट्र के हजारों कारीगर यहां फंसे हैं। स्वर्णकार संघ ने भी कारीगरों का पंजीकरण कराकर उसकी सूची एमडीए सचिव प्रवीणा अग्रवाल को सौंप दी थी। इसके बावजूद अभी तक घर जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। कारीगरों का कहना है कि दिल्ली ट्रेन से वह अपने घर बंगाल व महाराष्ट्र समेत अन्य जगह जा सकते हैं, लेकिन मेरठ से दिल्ली तक कैसे जाएंगे? उनके पास जमा पूंजी खत्म हो गई है। स्वर्णकार संघ के महानगर अध्यक्ष संत कुमार वर्मा ने कारीगरों को घर भिजवाने के लिए डीएम से गुहार लगाई है। -जासं