LokSabha Election 2019 : अपने इलाकों में भाजपा और गठबंधन दोनों रहे आगे
गुरुवार को हुए लोकसभा चुनाव के दौरान हिंदू बाहुल्य क्षेत्रों में मतदाता जहां भाजपा के पक्ष में खड़े दिखाई थे वहीं मुस्लिम इलाकों में गठबंधन प्रत्याशी का जोर रहा।
By Ashu SinghEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 02:52 PM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 02:52 PM (IST)
मेरठ,जेएनएन। लोकसभा की जंग में मेरठ शहर विधानसभा की अहम हिस्सेदारी होती है। विधानसभा चुनाव 2017 में सपा ने भाजपा से इस विधानसभा को छीन लिया था। लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा से मुकाबले में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन से प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी खड़े हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र अग्रवाल का दावा भी कम नहीं है। गुरुवार को मतदान के दौरान हिंदू और मुस्लिम मतदाता दोनों को सीधे वोट करता दिखा। हिंदू बाहुल्य क्षेत्रों में मतदाता जहां भाजपा के पक्ष में खड़े दिखाई थे वहीं मुस्लिम इलाकों में गठबंधन प्रत्याशी का जोर रहा। हालांकि कांग्रेस की भी बड़ी संख्या में यहां परंपरागत वोट हैं।
शहर विधानसभा क्षेत्र अहम
मेरठ शहर विधानसभा को मेरठ-हापुड़ लोकसभा में जीत-हार के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। कई बार से भाजपा के कब्जे में यह विधानसभा थी लेकिन विधानसभा चुनाव 2017 में यहां से सपा के रफीक अंसारी को जीत मिली थी। लिहाजा इस बार लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने इस विधानसभा को लक्ष्य बनाकर काम किया था। गुरुवार को मतदान के दौरान तीनों प्रमुख दलों की तैयारियां साफ साफ नजर आईं। हिंदू और मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मतदान केंद्रों पर सुबह से लेकर शाम तक मतदाताओं की लाइनें लगी रहीं। दोनों इलाकों में लोगों ने अपने अपने चहेते प्रत्याशी को मतदान किया।
अपने-अपने पक्ष में वोटिंग का दावा
हिंदू बाहुल्य क्षेत्रों में भाजपा ने तो मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में गठबंधन प्रत्याशी ने अपने पक्ष में जमकर वोटिंग होने का दावा किया। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र अग्रवाल के पक्ष में भी कई स्थानों पर वोटिंग होती मिली। शहर में कई इलाके ऐसे भी हैं जहां कांग्रेस के पारंपरिक मतदाता हैं। उन्होंने भी कांग्रेस प्रत्याशी को निराश नहीं किया। सुबह आठ बजे कोतवाली स्थित ईस्माइल गल्र्स इंटर कालेज में मुस्लिम मतदाताओं की लंबी लाइनें लगीं थी वहीं स्वामीपाड़ा स्थित आर्य कन्या इंटर कालेज में ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने में भाजपा की टीम जुटी थी। भाजपा के पूर्व विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने भी पत्नी के साथ इसी बूथ पर वोट डाला। नौचंदी मैदान स्थित पटेल मंडप के तीन बूथों पर भी मतदान की गति सुबह से ही ठीक ठाक रही। पूर्वा अहिरान प्राथमिक विद्यालय में सुबह 9 बजे तक मतदान का एक भारी दौर गुजर चुका था।
मतदाताओं की खासी भीड़
खैरनगर चौराहा स्थित धर्मशाला सरनीमल के तीन बूथों पर मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ जमा थी। वहीं आरजी इंटर कालेज में भी मतदान की गति अच्छी थी। साकेत स्थित कनोहरलाल विद्यालय में सुबह मतदान की गति धीमी रही। स्पोर्ट्स स्टेडियम में मतदाताओं की लंबी लाइनें लगी थीं। गोला कुआं, लिसाड़ी गेट, शोहराब गेट, ब्रह्रमपुरी, भगवतपुरा, जलीकोठी, रेलवे रोड, घंटाघर धर्मशाला, खैरनगर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी दिन भर मतदाताओं की भीड़ घटती बढ़ती रही।
गुदड़ी में कम रहा वोट प्रतिशत
पूर्व सांसद और पूर्व महापौर शाहिद अखलाक और याकूब कुरैशी के बीच संबंध किसी से छिपे नहीं। बुधवार रात में भी दोनों पक्षों के लोगों में जमकर तनातनी हुई थी। शायद यही कारण है कि शाहिद अखलाक के मोहल्ला गुदड़ी बाजार के मतदान केंद्र पर मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा।
शहर विधानसभा क्षेत्र अहम
मेरठ शहर विधानसभा को मेरठ-हापुड़ लोकसभा में जीत-हार के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। कई बार से भाजपा के कब्जे में यह विधानसभा थी लेकिन विधानसभा चुनाव 2017 में यहां से सपा के रफीक अंसारी को जीत मिली थी। लिहाजा इस बार लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने इस विधानसभा को लक्ष्य बनाकर काम किया था। गुरुवार को मतदान के दौरान तीनों प्रमुख दलों की तैयारियां साफ साफ नजर आईं। हिंदू और मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मतदान केंद्रों पर सुबह से लेकर शाम तक मतदाताओं की लाइनें लगी रहीं। दोनों इलाकों में लोगों ने अपने अपने चहेते प्रत्याशी को मतदान किया।
अपने-अपने पक्ष में वोटिंग का दावा
हिंदू बाहुल्य क्षेत्रों में भाजपा ने तो मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में गठबंधन प्रत्याशी ने अपने पक्ष में जमकर वोटिंग होने का दावा किया। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र अग्रवाल के पक्ष में भी कई स्थानों पर वोटिंग होती मिली। शहर में कई इलाके ऐसे भी हैं जहां कांग्रेस के पारंपरिक मतदाता हैं। उन्होंने भी कांग्रेस प्रत्याशी को निराश नहीं किया। सुबह आठ बजे कोतवाली स्थित ईस्माइल गल्र्स इंटर कालेज में मुस्लिम मतदाताओं की लंबी लाइनें लगीं थी वहीं स्वामीपाड़ा स्थित आर्य कन्या इंटर कालेज में ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने में भाजपा की टीम जुटी थी। भाजपा के पूर्व विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने भी पत्नी के साथ इसी बूथ पर वोट डाला। नौचंदी मैदान स्थित पटेल मंडप के तीन बूथों पर भी मतदान की गति सुबह से ही ठीक ठाक रही। पूर्वा अहिरान प्राथमिक विद्यालय में सुबह 9 बजे तक मतदान का एक भारी दौर गुजर चुका था।
मतदाताओं की खासी भीड़
खैरनगर चौराहा स्थित धर्मशाला सरनीमल के तीन बूथों पर मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ जमा थी। वहीं आरजी इंटर कालेज में भी मतदान की गति अच्छी थी। साकेत स्थित कनोहरलाल विद्यालय में सुबह मतदान की गति धीमी रही। स्पोर्ट्स स्टेडियम में मतदाताओं की लंबी लाइनें लगी थीं। गोला कुआं, लिसाड़ी गेट, शोहराब गेट, ब्रह्रमपुरी, भगवतपुरा, जलीकोठी, रेलवे रोड, घंटाघर धर्मशाला, खैरनगर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी दिन भर मतदाताओं की भीड़ घटती बढ़ती रही।
गुदड़ी में कम रहा वोट प्रतिशत
पूर्व सांसद और पूर्व महापौर शाहिद अखलाक और याकूब कुरैशी के बीच संबंध किसी से छिपे नहीं। बुधवार रात में भी दोनों पक्षों के लोगों में जमकर तनातनी हुई थी। शायद यही कारण है कि शाहिद अखलाक के मोहल्ला गुदड़ी बाजार के मतदान केंद्र पर मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा।
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