दूसरी बार उपाध्यक्ष बनीं बीना वाधवा
छावनी परिषद की राजनीति में एक बार फिर से उलटफेर करते हुए वार्ड तीन की सदस्य बीना वाधवा उपाध्यक्ष बन गई हैं।
मेरठ, जेनएनएन। छावनी परिषद की राजनीति में एक बार फिर से उलटफेर करते हुए वार्ड तीन की सदस्य बीना वाधवा उपाध्यक्ष बन गई हैं। छावनी में आठ वार्ड से चार सदस्यों ने उनका समर्थन किया। जुलाई 2021 तक वह उपाध्यक्ष के तौर पर बनी रहेंगी। छावनी परिषद में पहली बार कोई सदस्य एक ही कार्यकाल में दो बार उपाध्यक्ष चुना गया है।
छावनी में वार्ड आठ के सदस्य विपिन सोढ़ी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उपाध्यक्ष पद से हटाने वाले पांच सदस्यों के मोबाइल पिछले कई दिन से बंद थे। गुरुवार को शाम चार बजे उपाध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव में सभी पांच सदस्य एक साथ दिखे। गले में भाजपा का पटका पहने वार्ड एक की सदस्य रिनी जैन, वार्ड तीन की बीना वाधवा, चार के सदस्य नीरज राठौर, पांच के सदस्य अनिल जैन छावनी परिषद कार्यालय पहुंचे। उनके साथ वार्ड दो की सदस्य बुशरा कमाल भी रहीं। दूसरी तरफ विपिन सोढ़ी और वार्ड सात के सदस्य धर्मेंद्र सोनकर पहुंचे। बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर अर्जुन सिंह राठौर की अनुमति से सीईओ नवेंद्र नाथ ने उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए प्रस्ताव रखा। जिस पर वार्ड चार के सदस्य नीरज राठौर, वार्ड पांच के सदस्य अनिल जैन ने उपाध्यक्ष के लिए बीना वाधवा का नाम प्रस्ताव किया। वार्ड एक और दो के सदस्यों ने इसका समर्थन किया। विपिन सोढ़ी के समर्थन में केवल धर्मेद्र सोनकर रहे। बोर्ड अध्यक्ष ने बीना वाधवा को सर्टिफिकेट देकर उपाध्यक्ष के तौर पर बधाई दी। बीना के उपाध्यक्ष चुने जाने के बाद विपिन सोढ़ी व धर्मेद्र सोनकर बोर्ड से बाहर निकल आए।